आपके चलने का तरीका बताता है आपके बारे में
महत्वपूर्ण जानकारी...
जो लोग रुके बिना लगातार चलते जाते है उन्हें ही
कामयाबी मिलती है| इस संसार में प्रत्येक व्यक्ति के चलने का
तरीका एक दुसरे से बहुत अलग होता है| ज्योतिष शास्त्र के
अनुसार व्यक्ति की चाल उसके व्यक्तित्व के बारे में बहुत सी बातें दर्शाती है| अगर किसी व्यक्ति के स्वभाव के बारें में जानने की इच्छा हो तो उसके चलने
के तरीके को ध्यानपूर्वक देखने से पता किया जा सकता है|
जो व्यक्ति चलते समय हाथों को तान लेते है और
गर्दन को ऊँची कर लेते है वे बहुत ज्यादा मेहनत करने वाले इन्सान होते है|
इसके साथ ही उनका स्वभाव बड़ा मिलनसार होता है| ये व्यक्ति
दुखी व्यक्तियों की हमेशा मदद करते है| ऐसे लोग किसी दूसरे
के काम में दखल अंदाजी नहीं करते है बस अपने काम से काम रखते है|
कन्धों को झुका कर चलने वाले कार्य को सबसे पहले
करने की इच्छा रखते है| ऐसे व्यक्तियों को अपेक्षित फल नहीं मिलता
और उन्हें पूरी जिन्दगी में अपनी मूल सुविधा की वस्तुएँ जुटाने के लिए भी संघर्ष
करना पड़ता है|
जो लोग दिखावटी स्वभाव के होते है वे पर्स या
मोबाइल को हाथ में लेकर चलते है साथ उनको अपनी चीजें दिखाकर लोगों को प्रभावित
करने का बहुत शौक होता है | इस तरह के लोग बातचीत में बहुत कुशल होते
है तथा इनको घुमने फिरने का बहुत शौक होता है| इनके जीवन का
उद्देश्य केवल भौतिक सुख भोगना ही होता है|
जो लोग चलने के दौरान ज्यादा हाथ हिलाते है उनकी
सारी जिन्दगी अल्हड़पन में गुज़रती है| इन लोगों का स्वभाव बहुत चौकाने
वाला होता है| अगर स्त्रियाँ इस तरह से चलती है तो इससे उनकी
कार्य निपुणता का पता चलता है तथा इन स्त्रियों का स्वभाव धार्मिक विचारों वाला
होता है|
कुछ लोग गर्दन को एक सीध में करके और सीने को
तानकर चलते है वे काम करते समय बहुत जल्दबाजी करते है| यह लोग
बहुत आसनी से झूठ बोलने वाले होते है और किसी भी परिस्थिति में अपना बचाव करने में
सक्षम होते है|
जिन लोगों का अंदाज कंधे लटकाकर चलने का होता है
उन्हें मानसिक दबाव होता है तथा वे अपने शरीर को नियंत्रण में करने में कामयाब
नहीं रहते है| ऐसे व्यक्ति अन्दर ही अन्दर घुटन महसूस करते है|
जो लोग अपने एक हाथ को जेब में डालकर चलते है उनकी
प्रवृति हमेशा दूसरे व्यक्ति पर शक करने की होती है| इनके मन में छोटी से छोटी बात
भी नहीं रह पाती है| इनके जीवन जीने का तरीका बहुत साधारण और
सामान्य होता है| इसके अलावा इन लोगो में आलस्य, कामचोरी और
धोखेबाजी जैसे दोष भी होते है|
जो लोग बहुत धीरे धीरे चलते है वे बहुत धूर्त और
कपटी किस्म के होते है यह इनके घमंडी भाव को दर्शाता है| ये
लोग अकेले रहते है और अकेलेपन को ही पसंद करते है| ऐसे
व्यक्ति थोडा दिखावा करने वाले तथा कंजूस किस्म के होते है|
कुछ लोग चौड़ी टांग करके चलते है ऐसे व्यक्ति भी
दो प्रकार के होते है| इनमे उच्च और निम्न श्रेणी के लोग होते है
दोनों ही विस्तृत मानसिकता के होते है |
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