शहतूत के अनोखे गुणकारी लाभ | Sehtut ke anokhe gunkari labh |


शहतूत का फल और इसका शरबत दोनों ही स्वास्थ्य के लिए बहुत फायदेमंद होते है क्योंकि गर्मी के मौसम में इनके सेवन से पेट की जलन शांत होने के साथ प्यास भी बुझ जाती है| इसका सेवन करके कफ का नाश किया जा सकता है| खून को शुद्ध करने और पेट के कीड़ों को खत्म करने में भी यह बहुत फायदेमंद होता है| जुकाम और गले के रोगों के दौरान भी लाभ लिया जा सकता है|

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शहतूत में उचित मात्रा में विटामिन-ए,  कैल्शियम,  फॉंस्फोरस और पोटेशियम तत्व पाए जाते है जो हमारे शरीर में होने वाले अम्ल,  आमवात,  जोड़ों का दर्द आदि समस्याओं के दौरान लाभकारी रहते है| इसका इस्तेमाल औषधियों में रंग और सुगंध डालने के लिए किया जाता है| शहतूत के शरबत का सेवन करने से गुर्दे की कमजोरी, थकान, खून की कमी, बाल सफेद होने की समस्या होने पर आराम लिया जा सकता है| यह पेशाब के रोग और कब्ज रोग से छुटकारा दिलाने में सहायक होता है| 

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शहतूत का रस आँखों की रोशनी बढ़ाने के लिए लाभदायक माना जाता है| शहतूत से बाल घने और काले होने के साथ साथ इससे युवावस्था को बनाये रखने में मदद मिलती है|

शहतूत की किस्मे :

शहतूत की दो किस्मे होती है| पहली किस्म के शहतूत बड़े और लंबे होते है तथा दूसरी किस्म के छोटे शहतूत पाए जाते है|

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शहतूत के सेवन से अनेकों बिमारियों को दूर करने में मदद मिलती है| आज हम आपको शहतूत के उन्ही गुणों के बारे में बताएँगे जिनसे आपक बिमारियों का उपचार करने में सफलता हासिल कर सकेंगे| 

शहतूत के गुणकारी फायदे इस प्रकार है :

1.      दूधवर्द्धक : इसके सेवन से उन महिलाओ के दूध में शरीर में दूध की वृद्धि होने लगती है जो अपने नवजात शिशुओं को स्तनपान कराती है| इसमें पाए जाने वाले प्रोटीन और ग्लोकोज भी हमारे शरीर के लिए लाभदायक होते है|

2.      फोड़ा होना पर : शहतूत के पत्तों को पानी में डालकर उबाल लें और इन्हें बारीक पीस लें| इनके पेस्ट को गर्म करके फोड़े या फुंसी से प्रभावित जगह पर बांध लें| इस उपाय से जल्दी हो फोड़ा फूट जाता है तथा घाव भी जल्दी ही ठीक हो जाता है|

3.      छाले की समस्या से बचाव : मुंह में छाले होने या गल ग्रन्थिशोध के दौरान शहतूत के एक चम्मच शर्बत को एक कप पानी में मिश्रण करके गरारे करके लाभ लिया जा सकता है|

4.      पित्तविकार होने पर : गर्मी के मौसम में दोपहर के समय शहतूत खाने से पित्त और रक्त विकार की समस्या से छुटकारा पाया जा सकता है|

5.      दाद, खुजली की समस्या से राहत : प्रभावित जगह पर शहतूत के पत्ते पीसकर लगाने से राहत मिलती है तथा समस्या से जल्दी ही छुटकारा मिलता है|

6.      पेशाब का रंग बदलने में : अगर पेशाब का रंग ज्यादा पीला हो तो शहतूत के रस में चीनी मिलाकर सेवन करने से पेशाब का रंग साफ हो जाता है|

7.      लू और गर्मी से बचाव : गर्मियों के मौसम में लू लगने से बचने के लिए नियमित रूप से शहतूत का सेवन करके लाभ लिया जा सकता है| इससे पेट, गुर्दे और पेशाब सम्बन्धी समस्या को दूर किया जा सकता है| आँतों के घाव और लीवर रोगों को ठीक करने के साथ साथ मस्तिष्क को मजबूती प्रदान करने में सहायक होता है|

8.      मुत्रघात की समस्या के दौरान लाभ : पेशाब के साथ धातु के गिरने की समस्या होने पर शहतूत के रस के साथ कलमीशोरा बारीक पीसकर मिला लें| इस पेस्ट को नाभि के निचे लगाने से मूत्रघात की समस्या के दौरान आराम लिया जा सकता है |

9.      कब्ज करे दूर : कब्ज की समस्या होने के दौरान शहतूत का काढ़ा बनाकर 50 – 100 मिलीलीटर मात्रा का सेवन सुबह शाम करने से पेट साफ हो जाता है इसके अलावा पेट को हमेशा साफ रखने के लिए शहतूत की छाल का काढ़ा बनाकर सेवन करना चाहिए|

10.  अपच की समस्या के दौरान राहत : शहतूत के 6 हरे पत्ते लेकर इन्हें चबाने से अपच के रोग का आसानी से उपचार किया जा सकता है| इसके अलावा शहतूत के शर्बत के साथ छोटी पीपल का चूर्ण मिलाकर सेवन करने से भी बहुत लाभ मिलता है|

11.  पित्त ज्वर : शहतूत का रस या शर्बत पीने से पित्त बुखार में राहत मिलने के साथ साथ प्यास, गर्मी और घबराहट की समस्या भी दूर हो जाती है|

12.  पेट की कीड़ों को खत्म करने के लिए 20 ग्राम शहतूत और 20 ग्राम खट्टे अनार के छिलके पानी में डालकर उबाल लें| इस पानी का सेवन करने से कीड़ों की समस्या से राहत मिलती है| इसके अलावा शहतूत के पेड़ की जड़ को पानी में उबालकर पीने से आंतो के कीड़ों की सफाई की जा सकती है| 

13.  दिल की धड़कन : दिल की धड़कन को सामान्य अवस्था में करने के लिए शहतूत के शरबत का सेवन करना चाहिए| नियमित रूप से शहतूत का शरबत पीने से दिल को मजबूती प्रदान करके निर्बलता की समस्या को दूर किया जा सकता है|

14.  जलन की समस्या से बचाव : शहतूत को खाने से या उसका शरबत पीने से शरीर के अंगो में जलन होने की समस्या का उपचार किया जा सकता है|

15.  गले के दर्द से राहत : नियमित रूप से शहतूत के शरबत का सेवन करने से गले के दर्द और खुश्की को दूर किया जा सकता है|

16.  कंठमाला के दौरान लाभदायक : मुंह की सूजन और कंठमाला की सूजन (गांठो की सूजन) को दूर करने के लिए शहतूत के शरबत का सेवन करके लाभ लिया जा सकता है|

17.  शरीर को शक्ति प्रदान करने लिए : शहतूत के फल का सेवन नियमित रूप से करके या इसके शरबत का सेवन करके शरीर के अंगो को शक्ति प्रदान करने के साथ साथ रोगों से लड़ने की शक्ति में भी वृद्धि होने लगती है|

18.  खटमल से छुटकारा : घर में शहतूत के पत्ते रखने से घर से खटमल दूर भाग जाते है|
साधारण से शहतूत के इतने सारे लाभ हमे अनेकों बिमारियों से बचाने में लाभदायक होते है इसलिए गर्मी के मौसम में हमें इसका सेवन करके अधिक से अधिक लाभ लेना चाहिए|






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