मानसिक बिमारियों के कारण भी हो सकते है पिम्पल्स | mansik bimariyon ke karn bhi ho sakte hai .pimpals



आज के जमाने में सभी व्यक्ति गोरी और चमकदार त्वचा चाहते है और अपने आप को सबसे सुन्दर बनाना चाहते है | लेकिन कई बार चेहरे पर दाग धब्बे होने से आपकी ये इच्छा कभी पूरी नहीं हो पाती है | चेहरे पर पिम्पल्स यानी मुंहासे होने के कार आपकी त्वचा की ऐसी हालत होती है | हालाँकि इसमें आपकी त्वचा का कोई दोष नहीं होता है बल्कि मानसिक बिमारियों के कारण भी ऐसा हो सकता है | इसके अलावा भी चेहरे पर दाग धब्बे और पिम्पल्स होने के बहुत से कारण हो सकते है |

mansik bimari


ज्यादातर व्यक्ति चेहरे से पिम्पल्स की समस्या को दूर करने के लिए अपने आहार में बदलाव करते है और भी कई तरीके इस्तेमाल करते है लेकिन उन्हें इससे कुछ फायदा नहीं होता है | कई बार मनुष्य तनाव की स्थिति में रहने के कारण भी इस तरह की समस्या से ग्रस्त हो सकता है | हर समय तनाव की स्थिति रहने से मनुष्य दिमागी रूप से पीड़ित रहता है जिसके कारण हमारी त्वचा पर भी इसका बुरा असर होने लगता है | हाल ही में हुए अध्ययन के अनुसार चेहरे पर दाग धब्बे होने का कारण चार तरह की मानसिक परेशानियों को बताया गया है | इसलिए हमें त्वचा की सभी समस्याओं से बचने के लिए मानसिक रोगों का उपचार करने जरूरत है | 

आज हम आपको इस लेख के माध्यम से मानसिक परेशानियों के कारण चेहरे पर होने वाली परेशानियों के बारे में बताने जा रहे है | इन परेशानियों का उपाय करके आप अपने चेहरे से पिम्पल्स की समस्या को दूर करने में मदद ले सकते है | आइये जानते है इस विषय से जुड़ी कुछ खास जानकारी जो आपके सामने इस तरह से है :

तनाव (डिप्रेशन) के कारण :

वर्तमान समय में चेहरे पर पिम्पल्स होने का कारण तनाव भी हो सकता है | वर्ल्ड हेल्थ ऑर्गैनाइजेशन (WHO) के सर्वे के अनुसार विश्व भर में लगभग 350 million लोग तनाव की समस्या से ग्रस्त है और इसमें हर उम्र के लोग शामिल है | जो लोग चेहरे पर पिम्पल्स की समस्या से ग्रस्त है उनमे से ज्यादातर लोग तनाव से भी ग्रस्त पाए जाते है | तनाव के शिकार लोगो में लगभग 19 % व्यक्ति हमेशा मरने के बारे में विचार बनाते रहते है | अक्सर डॉक्टर भी किसी व्यक्ति को पिम्पल्स की समस्या का उपचार करते समय उसे तनाव की स्थिति से दूर रहने की सलाह देते है |

बेचैनी (anxiety disorder) की स्थिति होने पर :

कुछ लोग हमेशा बेचैन रहते है और उन्हें इस स्थिति में ज्यादा समय रहने के कारण घबराहट, सांस लेने में तकलीफ, बहुत अधिक चिंता जैसी समस्याओं के साथ पेट में तकलीफ, अनिद्रा और मांसपेशियों में खिंचाव आदि समस्याएँ होने की संभावना बन सकती है | कुछ समय पहले इस विषय पर छपी एक रिपोर्ट के अनुसार जो लोग बेचैनी और तनाव की समस्या से ग्रस्त है उनमे से लगभग 80 % लोग पिम्पल्स की समस्या से भी ग्रस्त पाए जाते है |

अब्सेसिव कम्पल्सिव डिसॉर्डर (Obsessive Compulsive Disorder) :

कई बार व्यक्ति अपने चेहरे की त्वचा को बहुत जल्दी रोग मुक्त करने के लिए जरूरत से ज्यादा साफ सफाई पर ध्यान देता है | इसे भी एक तरह की समस्या के रूप में ही देखा जाता है क्योंकि जब दाग धब्बे या पिम्पल्स की समस्या चेहरे पर होने लगती है तो व्यक्ति उसे ठीक करने के लिए दिन में बहुत बार चेहरे धोता है और इस समस्या को दूर करने के लिए हानिकारक केमिकल युक्त पदार्थों क प्रयोग करता है | इन पदार्थों का ज्यादा इस्तेमाल भी कई बार त्वचा के लिए हानिकारक होने लगता है |

जो लोग पिम्पल्स की समस्या से ग्रस्त होते है वे शारीरिक रूप से ज्यादा मेहनत नहीं करते है | जब हम अपनी डेली लाइफ को गंभीर नहीं लेते है तो अब्सेसिव कम्पल्सिव डिसॉर्डर (Obsessive Compulsive Disorder) का शिकार हो जाते है | यह समस्या भी एक गंभीर स्थिति की बेचैनी होती है जिससे हमारा दैनिक जीवन और कार्य करने की क्षमता बहुत प्रभावित होती है |

बॉडी डिसमॉर्फिक डिसॉर्डर (body dysmorphic disorder ) :

इसे भी एक प्रकार की मानसिक समस्या कहा जाता है क्योंकि ऐसी स्थिति होने पर व्यक्ति छोटी से छोटी बात को लेकर सारा दिन परेशान रहता है | चेहरे पर पिम्पल्स होने के कारणों में से बॉडी डिसमॉर्फिक डिसॉर्डर (body dysmorphic disorder ) भी एक मुख्या कारण है | हाल ही में हुए एक अध्ययन के अनुसार बॉडी डिसमॉर्फिक डिसॉर्डर के कारण भी चेहरे पर मुंहासे होने की संभावना हो सकती है |


ऊपर दिए गए मानसिक विकारों से आपके चेहरे की त्वचा खराब हो सकती है इसलिए आपको इन मानसिक विकारों को दूर करने के उपायों पर विचार करना चाहिए जिससे कि आपके चेहरे से पिम्पल्स की समस्या को दूर करने के साथ साथ चेहरे को सुन्दर और आकर्षक बनाया जा सकें |

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