किसी के लिए भी लिंग
बदलवाना इतना आसान नहीं होता जितना आपको लग रहा है | इस तरह का फैसला लेने के लिए
सबसे पहले स्वयं को एक मजबूत स्थिति में लाना पड़ता है | एक्सपर्ट्स के अनुसार लिंग
परिवर्तन के लिए की जाने वाली सर्जरी बहुत मुश्किल होती है और पुरुष के गुप्तांग
को महिला में परिवर्तित करने में बहुत ज्यादा समय लग जाता है |
लिंग बदलने के लिए
सर्जरी कैसे की जाती है इस सम्बन्ध में यूरोपियन
सोसायटी ऑफ यूरोलॉजी द्वारा एक एनीमेशन विडियो बनाया गया है जिसमे उन्होंने दिखाया
है कि कैसे पुरुष के गुप्तांग को महिला के गुप्तांग में बदला जाता है |
सर्जरी
से पहले किये जाते है टेस्ट :
ऑपरेशन
के बाद जो महिला का गुप्तांग पुरुष को लगाया जाता है उसे ऑर्गेज्म महसूस करने के
लिए उपयुक्त बनाया जाता है | लेकिन पुरुष को इस तरह से लिंग परिवर्तन के लिए स्वयं
को मानसिक रूप से तैयार करके मजबूत बनाना जरूरी होता है |
इसके
लिए किसी भी मनुष्य को दो तरह के साइकोलॉजिकल टेस्ट करवाने पड़ते है तथा साथ ही
उसके स्वास्थ्य की भी अच्छी तरह से जाँच की जाती है | ऐसा इसलिए किया जाता है ताकि
पता लग सके कि सर्जरी कराने वाले मनुष्य का शरीर ऑपरेशन के लिए पूरी तरह ठीक है या
नहीं |
जो भी व्यक्ति लिंग
बदलवाने की इच्छा रखता है उसे सर्जरी से लगभग 18 महीने पहले औरतों की तरह जिंदगी
गुजारनी पड़ती है | उसे औरतों की तरह जीने के तरीकों को समझना पड़ता है और इसके लिए
एक हॉर्मोन थेरेपी करवानी भी जरूरी होती
है |
यूरोपियन
सोसायटी ऑफ यूरोलॉजी द्वारा दिखाए गए एनीमेशन वीडियो में व्यक्ति को सर्जरी करने
से पहले टेबल पर लेटा दिया जाता है | इसके बाद उसके दोनों पैरों को खोलकर ऑपरेट
करने की जगह दिखाई जाती है |
सबसे पहले सर्जन उस
व्यक्ति के अंडाशय की थैली में कट लगा देते है तथा इसमें से अंडाशय को बाहर निकाल
लेते है | फिर सर्जन दूसरा कट मनुष्य के गुप्तांग (लिंग) पर लगाता है | यह कट लिंग
पर ऊपर से नीचे की तरफ लगाया जाता है तथा लिंग के ऊपर की खाल को नीचे की तरफ खींच
कर लाया जाता है |
मनुष्य के लिंग में
तीन तरह की नसे होती है जिन्हें अलग अलग कर दिया जाता है | इनमे सबसे पहले डॉर्सल नर्व बंडल जिससे मनुष्य को अपने लिंग का
अनुभव होता है उसको अलग किया जाता है | इसके बाद ग्लैंस जो लिंग का सबसे ऊपर का
पार्ट होता है तथा यूरेथ्रा जिसमे से पेशाब और वीर्य निकलता है , को अलग कर दिया
जाता है |
लिंग
में लगाये हुए इस कट को और ज्यादा गहरा करते हुए इन तीनो नसों को गहराई से काटकर
लिंग के अन्दर ही छोड़ दिया जाता है | इन्हें उस जगह छोड़ा जाता है जहाँ से पेशाब रिलीज
होता है | इसके बाद लिंग के बाकी हिस्से को काटकर शरीर से अलग कर दिया जाता है |
इसके
बाद लिंग के उस हिस्से को जिसे ऊपर से नीचे की तरफ खींच कर लाया जाता है उसे उलटी
तरफ मोड़कर आगे की तरह खींच कर पेशाब की नली से जोड़ दिया जाता है | इसके बाद ऊपर जो
खाल बची हुई होती है उससे महिला का गुप्तांग (योनी ) बना दी जाती है | इसमें दो
छेद कर दिए जाते है और नीचे खींच कर जोड़ी गयी खाल को योनी का आकार दे दिया जाता है
|
इसके बाद अंतिम चरण
में सर्जन अंडाशय की कटी हुई थैली को योनी का आकार दी हुई खाल से जोड़ देते है
जिससे उसका रूप बिलकुल किसी महिला की योनी जैसा लगने लगता है | इस सम्बन्ध में हाल
ही में हुई एक रिसर्च के अनुसार इस ऑपरेशन के बाद लोगों को अच्छी जिंदगी जीने में
कोई परेशानी नहीं आती है | इस सफल सर्जरी के बाद वे बिना किसी रुकावट के कभी भी
शारीरिक संबधों का आनंद ले सकते है और अपनी जिंदगी खुशी से जी सकते है |
आज हमने आपके सामने
मनुष्य के लिंग परिवर्तन संबंधी खास जानकारी आपको बताई है उम्मीद है आपको हमारे
द्वारा दी गयी जानकारी पसंद आई होगी | इस तरह की और जानकारी लेने के लिए हमारे पेज
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