हमें अपने शरीर के अंगों के प्रति हमेशा सावधान रहना चाहिए चाहे बात उनकी
सफाई की हो या उनके उपचार कि, हमें इसके प्रति लापरवाही नहीं बरतनी चाहिए | इसी
तरह से कान भी हमारे शरीर का एक महत्वपूर्ण अंग है जिसकी देखभाल करने के लिए
व्यक्ति को ज्यादा मेहनत या परेशानी नहीं उठानी पड़ती है लेकिन आपके दवारा की जाने
वाली छोटी छोटी गलतियों से कान को बड़े नुकसान होने की संभावना बन सकती है |
कान में केवल छह छोटी छोटी हड्डियाँ होती है जिन्हें हमारे द्वारा रोजाना
की गयी लापरवाही से नुकसान होने लगता है | हम अक्सर नहाने के बाद कान को साफ करने
के लिए कान में उंगली डालते है या उसे ईयरबड्स से खुजाते है जिसके कारण कान में
संक्रमण हो सकता है | इसके अलावा तेज आवाज में ईयरफोन में गाने सुनना या किसी अन्य
कारण से कान को नुकसान पहुंचाते है | इन सभी समस्याओं के कारण व्यक्ति को हमेशा के
लिए बहरेपन का शिकार होना पड़ सकता है | इसलिए इन सभी बातों के प्रति ध्यान देना
चाहिए तथा कुछ उपाय अपनाने चाहिए जिनसे कान सम्बन्धी समस्याओं से बचने में फायदा
लिया जा सकता है|
कैंडल से कान की सफाई ना करें :
हालांकि समय समय पर कान के साथ साथ शरीर के सभी अंगों की सफाई बहुत जरूरी
है लेकिन सफाई के साथ साथ आपके द्वारा अपनाया जाने वाला तरीका भी सही होना चाहिए
तभी आपको पूरा फायदा मिलता है अन्यथा नुकसान भी हो सकता है |
आज के समय में अधिकतर लोग कान में जमे वैक्स को निकालने के लिए मोम का
इस्तेमाल करते है और इस उपाय को ईयर कैंडलिंग के नाम से जाना जाता है | हाल ही
में हुए एक शोध के अनुसार इस तरीके से कान की सफाई करने से कान को नुकसान होने
लगता है | इनसे कान का संक्रमण होने के साथ साथ कान जलने की समस्या भी हो सकती है
|
इसके अलावा एक बार में ही कान में जमे वैक्स को साफ नहीं करना चाहिए
क्योंकि इससे कान सूख सकते है जिसके कारण व्यक्ति को सुनने में समस्या होने लगती
है | इसलिए कान की सफाई करते समय ईयर कैंडलिंग का प्रयोग नहीं करना चाहिए |
ईयरफोन में तेज आवाज में गाने ना सुने :
आज के समय लोग मोबाइल और संगीत के बिना नहीं रह सकते है लेकिन हर समय कान
में ईयरफोन लगाये रखना और तेज आवाज में गाने सुनने से व्यक्ति को नुकसान हो सकता
है | नियमित रूप से ऐसा करने से कुछ ही समय बाद व्यक्ति बहरेपन का शिकार हो सकता
है | हाल ही में अमेरिका में हुए सर्वे के अनुसार इस तरह की आदत होने के कारण 20
वर्ष की उम्र के 15 % लोग बहरेपन की समस्या से ग्रस्त है |
उन लोगों में बहरेपन का सबसे बड़ा कारण ईयरफोन में तेज आवाज में गाने सुनना
है | भारत में भी इस विषय को लेकर हुए शोध के अनुसार ईयरफोन में तेज गाने सुनने से
ज्यादातर लोगों को कान संबंधी कई तरह की समस्याएँ होने लगती है | इसलिए बहरेपन या
कान की अन्य समस्याओं से बचने के लिए कभी भी ज्यादा समय तक कान में ईयरफोन लगाकर
तेज आवाज में गाने सुनने चाहिए |
कान में उंगली ना डालें :
कभी कभार व्यक्ति काम में लगे रहते है और जैसे ही उनके कान में खुजली होने
लगते है तो वे उंगली या किसी अन्य चीज कान के अन्दर डाल देते है | इस तरह से उनके
कान में हो रही खुजली कुछ समय तक बंद हो जाती है लेकिन नाखूनों में पाए जाने वाले
हानिकारक बैक्टीरिया कान में प्रवेश कर जाने से कान में संक्रमण हो सकता है |
अगर कोई व्यक्ति मधुमेह से ग्रस्त है और वो कान में ऊँगली डाल लेता है तो
उसे कान सम्बन्धी संक्रमण होने की संभावना बढ़ने लगती है | इसलिए कभी भी ऐसा करने
से बचना चाहिए अन्यथा आप इस समस्या के लिए खुद ही जिम्मेदार हो सकते है |
कान में दर्द होने पर स्वयं उपचार ना करें :
कई बार लोग छोटी छोटी समस्याओं का उपचार घरेलु उपायों द्वारा ही कर लेते
है और उन्हें इससे फायदा भी हो जाता है | लेकिन कई बार आपके द्वारा इस्तेमाल में
लाये गए उपाय से आपको नुकसान होने लगता है और आपकी समस्या पहले से ज्यादा गंभीर
होने लगती है |
इसलिए कान में दर्द होने की समस्या होने पर किसी विशेषज्ञ से सलाह लेकर ही
उपचार शुरू कर देना चाहिए | इस सम्बन्ध में कभी भी लापरवाही नहीं बरतनी चाहिए और
उचित समय पर उचित उपाय करके दर्द से राहत पानी चाहिए |
कई बार कान का दर्द अपने आप भी ठीक हो जाता है लेकिन जब समस्या कई दिनों
तक आपको परेशान करने लगे तो इसका उपचार करने से ही राहत मिलती है | अगर सही समय पर
इस समस्या का उपचार ना किया जाए तो कान में दर्द बढ़ने के साथ साथ अन्य सुनाई देने
के क्षमता भी कम होने लगती है | व्यक्ति को जबड़े, मुंह या गले में कोई समस्या होने
के कारण भी कान में दर्द होने लगता है और ऐसे समय में लापरवाही बरतने से व्यक्ति
को हमेशा ही कोई गंभीर रोग होने की आशंका रहती है |
कान में कोई अन्य चीज ना डालें :
कभी कभी आप कान में खुजली होने पर आस पास रखी हुई पेन, पेंसिल या कोई लकड़ी
आदि डाल लेते है और थोड़ी देर तक उसे घुमाते रहते है | इस तरह से कान के अन्दर घाव
होने लगता है और आपको इसका पता भी नहीं चलता है | इसके कारण कान का संक्रमण भी हो
सकता है जिसके कारण कई अन्य बीमारियाँ भी होने की संभावना बनने लगती है |
इसी वजह से विशेषज्ञ आपको हमेशा कान में कोई ऐसी वैसे चीज डालने से मना कर
देते है क्योंकि इनका प्रयोग आपके लिए हमेशा नुकसानदायक रहता है | इसलिए आपको
हमेशा कान को स्वस्थ और बिमारियों से बचाने के लिए इस तरह की चीजों का प्रयोग नहीं
करना चाहिए |
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