मधुमेह से त्वचा पर होने वाले प्रभाव से कैसे बचें | madhumeh se tvcha par hone wale prabhav se kaise bache



वैसे तो मौसम बदलने के साथ साथ त्वचा की रंगत बदलने लगती है लेकिन कई बार बीमारयों की वजह से भी त्वचा खराब होने लगती है और अगर समय रहते इस समस्या का सही उपचार नहीं किया जाये तो यह समस्या आगे चलकर काफी गंभीर होने लगती है |

tvcha

त्वचा में रूखापन केवल सर्दियों के शुरू होने से ही नही आता है मधुमेह से ग्रस्त होने पर भी स्किन ड्राई होने लगती है और अगर इसका उपचार नही किया जाए तो त्वचा से सम्बंधित कई तरह के संक्रमण होने की संभावना हो सकती है |

मधुमेह से पीड़ित व्यक्तियों को समय ससमय पर अपने ब्लड में शुगर लेवल को जाँच कराते रहना चाहिए क्योंकि इससे त्वचा सम्बन्धी बिमारियों का उपचार करने में भी मदद ली जा सकती है | आज हम आपको इस लेख के माध्यम से मधुमेह रोग होने पर त्वचा को रुखा होने से बचाने या त्वचा के रूखेपन को दूर करने के उपायों के बारे में बताने जा रहे है | आइये जानते है इस विषय से सम्बंधित कुछ खास जानकारी जो आपके सामने इस प्रकार से है |

अगर आपको रुखी त्वचा की समस्या से बचाव करना है तो आपको शरीर में ग्लूकोज लेवल को नियंत्रण में करना चाहिए | अगर शरीर में ग्लूकोज का स्तर बढ़ने लगता है तो व्यक्ति को बार बार पेशाब के लिए जाने की समस्या रहती है जिसके कारण शरीर में पानी की कमी होने की संभावना बनने लगती है |

शरीर में पानी की कमी होने की वजह से त्वचा पर लाल धब्बे बनने के साथ साथ खुजली होने की समस्या भी होने की संभावना रहती है जिसकी मुख्य वजह मधुमेह का अनियंत्रित हो जाना है | अगर आप इसको नियंत्रण में करने के सही उपाय नहीं अपनाते है तो कुछ समय बाद आपकी त्वचा पर पपड़ी जमने लगती है और उसमे दरार भी आने लगती है | इस तरह की समस्या होने के बाद खुजली होने लगती है और त्वचा सम्बन्धी कई तरह के संक्रमण हो जाते है |

जब कोई व्यक्ति मधुमेह से ग्रस्त होता है तो उसे इसके साथ साथ कई अन्य बीमारियाँ भी परेशान करने लगती है क्योंकि एक बार उसके शरीर पर कही घाव हो जाता है या शरीर का कोई हिस्सा कट या छिल जाता है वो आसानी से ठीक नहीं होता है | उसके लिए रोगी व्यक्ति को बहुत समस्याओं का सामना करना पड़ता है | इसी वजह से त्वचा को भी बहुत नुकसान होने लगता है | मधुमेह से पीड़ित व्यक्तियों को रोग ग्रस्त होने के बाद भी अपनी त्वचा को रोग मुक्त बनाने के लिए शरीर पर कोई घाव या चोट लग जाने पर उचित उपचार कर लेने चाहिए जिनमे से कुछ विशेष आपके सामने इस तरह से है :

जिस जगह पर कोई घाव हो गया हो या कही कट गया हो तो उसे साफ पानी से धो लेना चाहिए | घाव धोने के लिए साबुन के पानी का प्रयोग भी कर सकते है | इसके लिए केमिकल युक्त पानी के इस्तेमाल से परहेज करना चाहिए क्योंकि इससे संक्रमण बढ़ सकता है |

घाव को पानी से धोने के बाद किसी साफ कपड़े से अच्छी तरह से पोंछ लेना चाहिए और उस पर एंटी बैक्टीरियल ऑइंटमेंट लगा लेना चाहिए |

घाव या चोट को बैक्टीरिया या कोई फंगल इन्फेक्शन के प्रभाव से बचाने के लिए उस पर रेशमी कपड़े वाले पैड (gauze pads) का प्रयोग करके उसे ढँक देना चाहिए | अगर पैड से घाव पर सही तरह से नहीं जमता है तो उसे टेप से छिपा दें |

अगर घर से बाहर आपके साथ ऐसी कोई समस्या होती है और आपके पास उपयोग में लाने के लिए उचित साधन नहीं है तो आप एंटी बैक्टीरियल क्लीजनिंग वाइप्स का प्रयोग करके फायदा ले सकते है | इसका उपयोग करके से घाव को साफ करने और संक्रमण से बचाने में मदद ली जा सकती है |

अगर आप मधुमेह से पीड़ित है तो आपको इन उपायों से अपने घाव ठीक करने में काफी मदद मिलती है जिसके कारण त्वचा पर कोई बुरा प्रभाव नहीं पड़ता है साथ ही त्वचा के रूखेपन को दूर करने में भी मदद ली जा सकती है |





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