योग करने से पहले तैयारी और सावधानियां | Before yoga preparation and precautions


योग शुरू करने से पहले आपको कुछ तैयारी करनी होती है तथा कुछ सावधानियां रखनी होती है जो साधना के लिए आवश्यक होती है| योग शुरू करने से पहले हमेशा इन बातों ध्यान रखें क्यों कि कई बार रोग होने की समस्या में यौगिक क्रियाएं करने में परेशानी होती है|

योग करने से पहले तैयारी और सावधानियां | Before yoga preparation and precautions


योगासनों से पहले सावधानियां :

शुरुआत में आसन, प्राणायाम के लिए यौगिक क्रियाएं बहुत कठिन होती है इसलिए सबसे पहले इनकी पूरी जानकारी लेने के बाद ही प्रयास करे नहीं तो लाभ होने की बजाय नुकसान हो सकता है|

योगासन करने से पहले किसी भी तरह के अनाज का सेवन नहीं करना चाहिए खाली पेट आसन करने से ही पूर्ण रूप से इनका लाभ मिलता है केवल वज्रासन ही भोजन करने के बाद किया जा सकता है| स्त्रियों को एक अवस्था में ये आसन नहीं करने चाहिए जैसे कि गर्भावस्था और रजस्वला होने के समय
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योगासनों को नियमित रूप से करने से कब्ज की बीमारी से निजात मिलती है आसन करने से पहले नित्य क्रिया द्वारा पेट को पूरी तरह साफ़ कर लेना चाहिए| आसन करने से पहले दूध या चाय किसी का भी सेवन ना करे| योगासन उस स्थान पर ना करे जो बहुत ठंडा या गर्म हो| इसके अलावा आसन करने के लिए सबसे उपयुक्त समय है सूर्योदय का समय”| सूर्योदय के एक घंटे बाद तक का समय आसन करने के लिए बहुत उचित माना जाता है|

आसन करने के बाद एकदम स्नान नहीं करना चाहिए और साथ में ठंडी या गर्म हवा में जाने से भी परहेज रखे| यागासन करने के 3 – 4 घंटे बाद ही भोजन करना चाहिए|  आसन करने से पहले अपनी मनोदशा को नियंत्रण में रखे क्रोध की स्थिति में कभी भी आसन ना करें| इसके अलावा आसन करते समय अपने मन में बुरे विचारों को ना आने दे और तनाव की स्थिति से बचकर ही आसन करे|

आसन करते समय नाक से साँस लेना चाहिए क्योंकि इस दौरान साँस को पेट तक पहुँचाना बहुत आवश्यक होता है| गहरे सांस लेने चाहिए इससे पेट के सिकुड़ने और फूलने का भी पता चलता है|
योगासन का पूरा लाभ उठाने के लिए विधिपूर्वक और पूरा समय देना जरुरी होता है इसमें जल्दबाजी करने से को लाभ नहीं होगा| इसलिए जब आपके पास पर्याप्त समय हो तभी आपको योगासन करने चाहिए| अपने शारीरिक सामर्थ्य के अनुसार ही योगासन करे क्योंकि कुछ आसन करने में बहुत परेशानी होती है इसलिए अपने शरीर के साथ जबरदस्ती न करे| कुछ समय तक इनका अभ्यास करने से आपकी परेशानी का हल निकल जायेगा|

योगासन करते समय हंसी मजाक का माहौल न बनाये, साँस रोकने और छोड़ने की क्रिया नियमो के अनुसार ही करनी चाहिए | अगर नियम को अनुसार योगासन नहीं करेंगे तो मसल पुल की समस्या हो सकती है| अगर आप रोग दूर करने के लिए आसन करते है तो इनमे पेट, पेडू, नाभि पर जोर देने वाले आसनों का प्रयोग करें| इससे आपको बहुत लाभ मिलेगा|

 आसन हमेशा खुली और हवादार जगह पर करने चाहिए| इनमे बाग़ बगीचे बहुत उपयुक्त स्थान है इनके अलावा आसन करने के लिए भूमि सपाट होनी चाहिए| योगासन करते समय अंडरवियर का इस्तेमाल करना चाहिए क्योंकि इससे पेट कसा हुआ नहीं रहता है और रक्त संचार सामान्य रूप से होता है| स्त्रियों को योगासन करने से पहले अपने बालों को ठीक तरह से बांध लेना चाहिए और घडी, चेन व् अंगूठी को उतार कर ही आसन करने चाहिए|

प्राणायाम व ध्यान आदि प्रक्रिया उन आसनों में करनी चाहिए जिनमे रीढ़ की हड्डी सीधी (सिद्धासन, पदमासन ) रहती है और घुटने मुड़े हुए रहते है| और इन्हें मुलबंध लगाकर करना चाहिए, लेटकर प्राणायाम या ध्यान करने से नुकसान हो सकता है|


योगासन का पूर्ण रूप से लाभ लेने के लिए मांसाहारी व नशीले पदार्थों के सेवन से परहेज करना चाहिए| आयुर्वेद की दृष्टी से शाकाहार ही योगी  के लिए सबसे उत्तम है|   

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