पदमासन से ब्रहमचर्य की रक्षा और इसके लाभ | Padmasana And Its Benifits


पदमासन

पदमासन को कमलासन के नाम से भी जाना जाता है क्योंकि इसमें साधक को कमल के फूल की तरह की मुद्रा बनानी पड़ती है| जिस प्रकार कमल का फूल कीचड़ में खिलता है लेकिन कीचड़ और पानी दोनों से दूर रहता है उसी तरह पदमासन भी साधक को सांसारिक क्लेश और चिंताओं से मुक्ति दिलाने में बहुत लाभदायक है| योग साधना और ध्यान के लिए किये जाने वाले आसनों में पदमासन का प्रमुख स्थान है| पदमासन के दो अन्य रूप भी है जो अर्ध पदमासन और बद्ध पदमासन है|

 Padmasana And Its Benifits

विधि :
इस आसन को करने से पहले समतल भूमि पर चटाई कम्बल या कोई कोई मोटा कपड़ा बिछा ले और बैठ जाएँ| इसके बाद बाया पैर दायीं जांघ पर और दायाँ पैर बायीं जांघ पर रख दे| दोनों पैरों की एड़ियाँ नाभि के पास मिलनी चाहिए| अपने दोनों हाथों को घुटनों पर रखें और कमर, छाती और सिर को बिलकुल सीधा रखें| आपकी मुद्रा ऐसी होनी चाहिए कि पेट अन्दर की तरफ सिकुड़ा हुआ हो और छाती बाहर की तरफ निकली हुई होनी चाहिए| इसके बाद अपनी आँखें बंद करके चिंता व तनावमुक्त होकर ध्यान मग्न हो जाएँ| एकाग्रता के लिए अपनी नासिका के आगे वाले भाग पर अपनी नजरें ज़माने का प्रयास करें| नियमित रूप से अभ्यास करके आप एक मिनट से लेकर एक घंटे तक ध्यान लगा सकते है| पदमासन का पूरा लाभ लेने के लिए कम से कम 15 मिनट तक अभ्यास करना चाहिए|

विशेष :
जिन व्यक्तियों या महिलाओं की जंघाएँ बहुत मोटी होती है जिसके कारण दोनों पैर जंघाओं पर नहीं रखे जा सकते| उन्हें शुरू में पदमासन का अभ्यास नहीं करना चाहिए| इस स्थिति में उनके लिए अर्द्ध पदमासन उत्तम है|

पदमासन के लाभ :

1.    पदमासन का अभ्यास करने से कमर के नीचे के भाग की नस, नाड़ियाँ मजबूत हो जाती है और जोड़ों में लचीलापन आ जाता है|
2.      इससे पाचन क्रिया ठीक रहती है और रक्त संचार नियंत्रित रहता है|
3.      पदमासन ध्यान, धारणा और समाधि के लिए आधारभूमि के रूप में कार्य करता है|
4.      इस आसन से कुण्डलिनी शक्ति को जागृत किया जा सकता है और ब्रहमचर्य की रक्षा भी की जा सकती है|
5.      इस आसन को नियमित रूप से करने से रीढ़ की हड्डी व टांगों को मजबूत बनाया जा सकता है|
6.      प्रबल कामवासना को शांत करने के लिए बहुत फायदेमंद है|
7.      नितम्बों को सुडौल और सुन्दर रूप प्रदान करता है|
8.      इससे शरीर की सुख शांति बढती है तथा मानसिक शक्ति में वृद्धि करने में भी सहायता मिलती है|



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