शवासन (विश्रामासन) दे मानसिक तनाव से मुक्ति | Shavasana (Visramasna) ke Laabh in Hindi | Shavasana Health Benifits



शवासन (विश्रामासन

इस आसन में मृत व्यक्ति की तरह मुद्रा बनानी पड़ती है यदि कोई दूसरा व्यक्ति आसन करने वाले व्यक्ति के हाथों को उठाकर छोड़ देता है तो उसके हाथ मुर्दे के हाथों की तरह नीचे गिर पड़ेंगे| इसके नाम से आपको लगेगा कि यह ज्यादा असरदारक आसन नहीं है लेकिन ऐसा नहीं है, 0इस आसन से शरीर में नई स्फूर्ति आ जाती है| यह आसन तब किया जाता है जब आपका मन और शरीर थक गए हो और आपकी इच्छा किसी से बात करने की भी नहीं होती है| इस स्थिति में शवासन करने से आपकी परेशानी दूर हो जाती है और शरीर में हल्कापन व ताजगी आ जाती है|

Shavasana (Visramasna) ke Laabh in Hindi |  Shavasana Health Benifits

विधि :

शवासन करने में बहुत परेशानी होती है क्योंकि इसमें शरीर और मन को विचार मुक्त करना पड़ता है| आसन खुले और साफ़ स्थान पर करना चाहिए| सबसे पहले दरी, चटाई या कम्बल को समतल जगह या फर्श पर बिछा दे और इस पर पीठ के बल लेट जाएँ| अपने पैरों को बिल्कुल सीधा रखे और हाथों को अपने शरीर के साथ चिपका कर सीधी अवस्था में रखे | अगर ऐसा करने में कोई समस्या होती है तो अपने हाथों को थोड़ा सा खोल सकते है| एड़ियों को जमीन से लगाकर रखें तथा पंजों को आसमान की तरफ रखें :

अपने पंजे, टखने, घुटने , जांघे, कमर, पेट , छाती, गर्दन ,मुख और सिर पर ध्यान लगायें और पूरे शरीर को ढीला छोड़ दे| जब आपका पूरा शरीर शिथिल हो जाये तो सामान्य रूप से साँस ले और छोड़ें| अपने मन में यह अनुभव करें कि आपके शरीर में प्राण नहीं है| इससे आपके मन की चिंताएं कम हो जाएँगी या ख़त्म हो जाएँगी तथा तनाव से मुक्ति मिल जाएगी| यह आसन शरीर को आराम देने के लिए किया जाता इसमें आपको नींद नहीं आनी चाहिए|

शवासन (विश्रामासन) के लाभ :

इस आसन से आपको बहुत लाभ होतें है जो इस प्रकार है :

1.      इस आसन का निरंतर अभ्यास करने से मांसपेशियां व नाड़ियाँ तनाव रहित होती है| शरीर व मन को आराम मिलता है| इसके अलावा शरीर की थकावट दूर हो जाती है और नई उर्जा का संचार हो जाता है |
2.      इस आसन के समय श्वसन प्रकिया के दौरान हमारे शरीर के कीटाणु बाहर निकल जातें है|
3.      शरीर का भारीपन ख़त्म हो जाता है जिसके कारण अन्य कामो में व्यक्ति की रूचि बढ़ने लगती है| सारे दिन व्यक्ति का मन प्रसन्न रहता है|
4.      मानसिक तनाव ख़त्म हो जाता है और क्रोध की स्थिति भी टल जाती है|
5.      शारीरिक बिमारियों जैसे अनिंद्र, उच्च व निम्न रक्तचाप , गैस की बीमारी, फेफड़ों तथा ह्रदय रोगों से बचाव के लिए भी शवासन बहुत ही लाभदायक है|    

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