पुदीने के अनमोल औषधीय गुणों के फायदे व उपयोग | Peepermint Health Benefits in Hindi | Pudeene ke Labh

 पुदीने के औषधीय गुणों के कारण इसे संजीवनी बूटी का नाम दिया गया है| गर्मी और बरसात में इसके अनमोल फायदे है| पुदीने के पौधे में स्वाद, सौदर्य और सुगंध तीनो गुणों का एक साथ मिश्रण है| इस तरह के पौधे बहुत कम पाए जाते है जिनमे एक साथ बहुत सारी खूबियाँ होती है| पुदीने का पौधा सालभर तक उपयोग में लाया जाने वाला मेंथा वंश का एक खुशबूदार पौधा है| यूरोप, अमेरिका, एशिया, अफ्रीका और ऑस्ट्रेलिया आदि देशों में पुदीने की विभिन्न प्रजातियाँ पाई जाती है |

Peepermint Health Benefits in Hindi


पुदीने के अनमोल औषधीय गुणों के उपयोग :

पुदीने में मेंथोल नाम तत्व भरपूर मात्रा में पाया जाता है जिसका इस्तेमाल दवाईयां , सौन्दर्य प्रसाधनो, कनफेक्शनरी, पेय पदार्थो, सिगरेट, पान मसाला इत्यादि पदार्थों को सुगन्धित करने के लिए किया जाता है| पुदीने के तेल का इस्तेमाल पेट रोग ठीक करने के वाली दवाईयां बनाने के काम आता है| इन दवाईयों का प्रयोग सिरदर्द, गठिया, खांसी, इनहेलरों तथा मुखशोधकों में किया जाता है| पुदीने के तेल को यूकेलिप्टस के तेल के साथ मिश्रित करके कई रोगों का उपचार किया जा सकता है| इसके अलावा अमृतधारा नामक आयुर्वेदिक औषधि का उत्पादन करने के लिए भी सतपुदीने का इस्तेमाल किया जाता है| गर्मियों में होने वाली पुदीने की पत्तियां औषधीय और सौन्दर्य उपयोगी गुणों से युक्त होती है| औषधियों और दवाईयों के अलावा पुदीने का प्रयोग भोजन में रायता, चटनी और अन्य व्यंजन तैयार करने के लिए भरपूर मात्रा में किया जाता है| इसके संस्कृत शब्द पुतिहा का अर्थ है दुर्गन्ध दूर करने वाला अर्थात बुरी गंध का नाश करने में उपयोगी|

पुदीने का प्रयोग चूइंगम, टूथपेस्ट आदि उत्पाद तैयार करने के लिए भी किया जाता है| इनके अलावा कई प्रकार के बॉडी स्प्रे, साबुनों व हवा शोधकों (एयर फ्रेशनर) आदि को भी पुदीने का इस्तेमाल करके तैयार किया जाता है| इसे जलजीरा बनाने के लिए भी इस्तेमाल में लाया जाता है| पुदीने का रस गन्ने के रस में मिलाकर रस को स्वादिष्ट और स्वास्थ्यवर्धक बनाया जा सकता है| पुदीने की पत्तियों को सलाद में डालकर स्वाद में वृद्धि की जा सकती है|

पुदीने के अनमोल औषधीय गुण :

पुदीने में इतने सारे गुण होने के कारण इसका आयुर्वेद में विस्तार से वर्णन किया गया है| पुदीने के इस्तेमाल से  सूजन को कम करके आमाशय को भी शक्ति प्रदान की जा सकती है| पुदीना शरीर से पसीने को बाहर निकालने में मददगार होता है तथा इससे हिचकी की समस्या को भी दूर किया जा सकता है| पुदीने का नियमित रूप से प्रयोग करने से जलोदर और पीलिया रोग का उपचार किया जा सकता है| पुदीने की कच्ची पत्तियों का सेवन करने से शरीर के भीतरी अंगो की सफाई हों जाती है|
पाचन तंत्र को मजबूती प्रदान करके भूख बढ़ाने में भी पुदीना बहुत लाभदायक है| जिन महिलाओं को अनियमित मासिक धर्म की शिकायत होती है उन्हें पुदीने के सेवन से शारीरिक चक्र को नियंत्रित और संतुलित करने में बहुत मदद मिलती है| पुदीने की चाय या पुदीने का अर्क भी यकृत के लिए बहुत फायदेमंद साबित होता है| इसके अलावा दाँतों की समस्या को भी पुदीने के नियमित प्रयोग से दूर किया जा सकता है| जहरीले जानवरों के काटने पर विष का शमन करने के लिए भी पुदीने का इस्तेमाल किया जा सकता है| बेहोशी की समस्या को भी पुदीने की सुगंध से दूर किया जा सकता है साथ ही फेफड़ों में जमा बलगम भी पुदीने से सेवन से बाहर निकल जाता है|

पुदीने के अन्य घरेलू उपाय (नुस्खे) :

1.      पुदीने के रस में काली मिर्च और काला नमक डालकर उबाल लें और इसका सेवन करके जुकाम, खांसी और बुखार आदि की समस्या में आराम लिया जा सकता है|

2.      पुदीने की पत्तियों का रस, नींबू और शहद के साथ बराबर मात्रा में लेने से पेट के रोगों को दूर किया जा सकता है|

3.      हिचकियाँ बंद करने के लिए पुदीने की पत्तियों या उनके रस का सेवन करना चाहिए इससे बहुत फायदा होताहै|

4.      सिरदर्द की समस्या के दौरान पुदीने की पत्तियो का लेप माथे पर मलने से जल्दी ही राहत मिल जाती है|

5.      गर्मी या उमस के कारण जी मिचलने की समस्या होने पर पुदीने की सुखी पत्तियों का चूर्ण और छोटी इलायची के चूर्ण को एक गिलास पानी में उबालकर सेवन करने से इस समस्या से निपटा जा सकता है|

6.      मासिक धर्म को संतुलित करने के लिए पुदीने की सुखी पत्तियों का चूर्ण शहद के साथ बराबर मात्रा में मिलाकर लेने से लाभ लिया जा सकता है|

7.      मुख की दुर्गन्ध दूर करने तथा मसूड़ों को मजबूती प्रदान करने के लिए पुदीने की पत्तियों के चूर्ण से दांत साफ़ करने वाले मंजन की तरह इस्तेमाल किया जा सकता है|

8.      सांस सम्बन्धी समस्या को दूर करने के लिए एक चम्मच पुदीने का रस साथ में दो चम्मच सिरका और एक चम्मच गाजर के रस को मिलाकर लेना चाहिए|

9.      गले का भारीपन दूर करने तथा आवाज को साफ़ करने में भी पुदीना बहुत मददगार साबित होता है|

10.  कील, मुहांसे और त्वचा का रुखा पन दूर करने के लिए सोने से पहले पुदीने के रस को चेहरे पर लगाकर लाभ लिया जा सकता है|

हाल ही में पुदीने के बारे में हुए एक शोध के अनुसार पुदीने में पाए जाने वाले एंजाइम कैंसर से बचाव करने में मददगार साबित होते है

  

No comments:

Post a Comment