अक्सर
एक उम्र बीतने के बाद व्यक्ति अपने पुराने दिनों को याद करके पछताने लगता है कि
काश उसे दोबारा से कुछ जवानी के दिन जीने के लिए मिल जाए| अगर आपके मन में भी कभी इस तरह का
विचार आने लगे तो यह ज्यादा मुश्किल बात नहीं है| ऐसा संभव हो सकता है और आप केवल
साधारण से दिखने वाले अनार का सेवन करके ऐसा करने में कामयाब हो सकते है| अनार को युवावस्था बनाये रखने की अचूक
दवा माना जाता है|
प्राचीन
परम्पराओं में एक कहावत है – एक अनार सौ बीमार | इस तरह से ही अनार का पौधा और फल
दोनों ही इतने प्रभावशाली होते है कि इनके इस्तेमाल से अनेको बिमारियों का उपचार
किया जा सकता है| अनार का सेवन करने से हृदय रोगों, तनाव और यौन जीवन से सम्बन्धी
अनेको समस्याओं को आसानी से दूर करके स्वास्थ्य को बढ़िया बनाया जा सकता है|
हाल
ही में हुए अध्ययन के अनुसार पता किया गया है कि अनाज का सेवन करने वाले
व्यक्तियों के डीएनए के उम्रदराज होने की प्रक्रिया धीमी होने लगती है जिससे
युवावस्था लम्बे समय तक बनी रहती है|
इसके
अलावा स्पेन की प्रोबेल्टबायो लेबोरेटरी के अध्ययनकर्ताओं द्वारा लगभग एक महीने तक
60 व्यक्तियों को अनार का गुद्दा, छिलका और बीज कैप्सूल की तरह सेवन कराए गए और इस
अवधि के दौरान इसके सेवन से उनके शरीर में होने वाली रासायनिक गतिविधियों पर नही
पूर्ण रूप से ध्यान दिया| अध्ययनकर्ताओं ने इन लोगो को तुलना नियमित रूप से प्रायोगिक औषधियां
लेने वाले व्यक्तियों से की और ज्ञात किया कि अनार का सेवन करने वाले व्यक्तियों
में कोशिका को तोड़ने वाले तत्व कम हो रहे है या उनमे कमी आनी शुरू हुई है|
ऐसा
माना जाता है कि इन तत्वों के कारण मनुष्य के मस्तिष्क, मांसपेशियों, यकृत, गुर्दा के कामकाज पर प्रभाव पड़ने के
कारण व्यक्ति की त्वचा पर उम्र के प्रभाव दिखने लगते है| इस सम्बन्ध में यह अध्ययन बहुत
फायदेमंद रहा है क्योंकि इससे पता लगाया गया है कि अनार के नियमित सेवन से डी एन ए
आक्सीडेशन की प्रक्रिया धीमी होने लगती है | इस प्रक्रिया (उम्र बढ़ने की
प्रक्रिया) की तुलना जंग लगने या आक्सीडाइजिंग अथवा नुकसान पहुंचने की प्रक्रिया
की तरह से देखा गया है| इस प्रक्रिया में कमी लाने में अनार बहुत ही फायदेमंद साबित होता है|
कुछ
समय पहले ब्रिटेन के क्वीन माग्ररेट विश्वविद्यालय के अध्ययनकर्ताओं ने माना था कि
अनार के सेवान से बुढ़ापे की समस्या को दूर करने में मदद मिलती है साथ ही
कार्यशक्ति में वृद्धि करने और तनाव से मुक्ति दिलाने में यह फल बहुत लाभदायक होता
है|
अनार
खाने के विशेष फायदे : अनार का फल भारत देश के लगभग प्रत्येक राज्य में पाया जाता
है और इसका भरपूर मात्रा में सेवन भी किया जाता है क्योंकि इसके सभी अंग औषधीय
गुणों से युक्त होते है| इस फल या पौधे का इस्तेमाल करके किसी भी बीमारी का सफल उपचार किया
जा सकता है|
अनार को प्युनिका ग्रेनेटम के वानस्पतिक नाम से भी जाना जाता है| आदिवासी या जंगलो में रहने वाले लोग
इसका इस्तेमाल हर्बल नुस्खों में करते है|
आइये
जाने अनार के उन औषधीय गुणों के बारे में जिनसे हम अक्सर अनजान होते है और इसका
फायदा नहीं ले पाते है :
1. खून की कमी करे दूर : अनार के जूस या
फल का नियमित रूप से सेवन करने से शरीर में खून में वृद्धि करके, खून की कमी से
होने वाली समस्याओं से बचाव किया जा सकता है| इसके अलावा दिल संबधित बिमारियों के
उपचार के लिए भी अनार का सेवन बहुत फायदेमंद रहता है| इसलिए हमे नियमित रूप से एक गिलास
अनार के जूस का सेवन करके अधिक से अधिक लाभ लेना चाहिए|
2. आदिवासी लोगो में अनार को लेकर एक
मान्यता प्रचलित है कि मातृत्व प्राप्ति की इच्छा रखने वाली महिला के लिए अनार की
कलियाँ विशेष रूप से लाभदायक रहती है| अनार की ताजा कलियों और कोमल पत्तियों
को बारीक पीसकर इसे पानी में मिलाकर सेवन करने से गर्भधारण की क्षमता बढ़ती है|
3. मिर्गी के रोग से बचाव : मिर्गी रोग से
बचाव करने के लिए अनार बहुत गुणकारी होता है| इसके लिए 100 ग्राम अनार के हरे पत्ते
लेकर इन्हें 500 ग्राम पानी में उबाल लें| जब एक चौथाई पानी शेष बच जाये तो इसे
छानकर इसमें 75 ग्राम घी और 75 ग्राम शक्कर मिलाकर मिश्रण बना लें| नियमित रूप से इस मिश्रण का सेवन सुबह
शाम करके लाभ लिया जा सकता है|
4. मुंह के छालो से राहत : इस समस्या से
बचने के लिए 10 ग्राम अनार के पत्ते लेकर इन्हें आधा लीटर पानी में उबाल लें और जब
एक चौथाई पानी बच जाये तब इस मिश्रण से कुल्ला कर लें| इस उपाय सेमुंह के छालों से राहत
मिलती है|
5. दांतों को मजबूती : अनार के फूलों को
छाया में सुखाकर बारीक पीस लें और नियमित रूप से सुबह शाम इस मिश्रण को दांतों पर
मंजन की तरह मले| इस उपाय से दांतों से खून आना और दांतों में दर्द होने की समस्या से
बचाव करने के साथ साथ दांतों को मजबूती प्रदान की जा सकती है|
6. पेशाब सम्बन्धी समस्या करे दूर : 50
ग्राम अनार के रस के साथ छोटी इलायची का एक ग्राम चूर्ण और एक ग्राम सौंठ का चूर्ण
लेकर मिश्रण बना लें| नियमित रूप से इस मिश्रण के सेवन से पेशाब के साथ धातु का गिरना बंद
हो जाता है|
7. पेट दर्द से राहत : पेट दर्द के दौरान
राहत पाने के लिए अनार के पत्तों को अनारदानो के साथ पीस लें| इसके साथ अदरक का रस मिलाकर पीने से
पेट दर्द को आसानी से दूर किया जा सकता है|
8. जलन से दिलाये राहत : अनार के पत्तों
को पीसकर जले हुए स्थान पर लगाने से जलन कम हो जाती है तथा दर्द भी कम होने लगता
है|
9. अन्य फायदे : अनार का नियमित रूप से
सेवन करके पीलिया, बुखार और सर्दी खांसी की समस्या का उपचार किया जा सकता है| 5 भिन्डी की फलियों को बीच से काटकर,
आधा चम्मच नींबू रस, अनार और भुई आँवला की पत्तियों (5- 5 ग्राम) लेकर एक गिलास
पानी में रातभर भिगो दें| सुबह सभी को बारीक पीसकर दिन में दो बार सेवन करना चाहिए| इस उपाय से पीलिया रोग को आसानी से
खत्म किया जा सकता है|
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