गर्मी के मौसम में खानपान सम्बन्धी जानकारी | Garmi ke mausam me khanpan sambandhi jaankari |



जब गर्मी का मौसम आता है तब व्यक्ति को अपने खान पान पर विशेष ध्यान देने की जरूरत होती है क्योंकि अगर इस दौरान अनदेखी की जाये तो आप अनेको बिमारियों से ग्रस्त हो जायेंगे|
लगातार बढ़ती गर्मी से जन जीवन अस्त व्यस्त रहता है और इससे मनुष्य की दिनचर्या के साथ उसके स्वास्थ्य पर भी प्रभाव पड़ने लगता है| गर्मी के मौसम में गर्म हवाओं से मनुष्य के शरीर का तापमान बढ़ने लगता है| इसलिए हमें गर्मी के दिनों में मौसम के अनुसार उचित भोजन करके शरीर को ठंडक प्रदान करनी चाहिए|

गर्मी के प्रभाव से व्यक्ति का पाचन तंत्र कमजोर होने लगता है इसलिए इस समय शरीर को शुद्ध और आसानी से पचने वाला भोजन करना चाहिए| तापमान बढ़ने पर मनुष्य के शरीर को अनेक बिमारियों के संक्रमण का खतरा भी होने लगता है| इससे बचाव करने के लिए सफाई का भी विशेष रूप से ध्यान रखना चाहिए| इसके अलावा उचित मात्रा में पानी पीते रहना चाहिए ताकि शरीर पर पानी की कमी से कोई बुरा प्रभाव ना हो| दोपहर के समय भी घर से बाहर ना जाए|

summer fruits

जैसे जैसे मौसम बदलता है ऐसे ही हमारे शरीर में भी रासायनिक परिवर्तन होने की संभावना होने लगती है इसलिए मौसम के अनुसार उचित मात्रा में आहार लेने से वात- पित्त और कफ आदि समस्याओं से बचाव किया जा सकता है| 

गर्मी से बचाव करने के कुछ आवश्यक उपाय :

गर्मी के मौसम में सुबह उठते ही लगभग 2 या तीन गिलास पानी जरुर पीना चाहिए| बाद में नित्य क्रिया करते हुए शरीर के बाकी अंगो की सफाई भी कर लें| रात के समय भिगोये हुए बादामों के छिलके को उतार कर बारीक पीसकर इन्हें दूध के साथ सेवन करें | इस उपाय से शरीर को ताकत प्रदान करने के साथ साथ आंतरिक ऊष्मा को शांत किया जा सकता है| आज हम आपको गर्मी से बचाव करने के अचूक व कारगर उपाय बताएँगे जिनसे आप गर्मी को दूर करने में लाभ ले सकते है इनमे से कुछ खास इस तरह से है :

grmi

1.      नींबू पानी : गर्मी को दूर करने का यह बहुत ही बहतरीन उपाय है| अक्सर हमारे शरीर में विटामिन सी की मात्रा में कमी होने पर एनीमिया, जोड़ों का दर्द,  दांतों के रोग, पायरिया,  खांसी और दमा आदि रोग होने की संभावना बढ़ने लगती है|नींबू के रस से विटामिन सी उचित मात्रा में प्राप्त किया जा सकता है| इस प्रकार नींबू पानी का इस्तेमाल करने से इन बिमारियों का उपचार करके फायदा लिया जा सकता है| इसके अलावा पेट सम्बन्धी समस्या होने पर भी नींबू के रस के साथ हींग, काली मिर्च, अजवायन, नमक और जीरा मिश्रित करके समस्या से छुटकारा पाया जा सकता है|

2.      तरबूज के रस का सेवन : गर्मी से राहत पाने के लिए तरबूज से रस का सेवन भी बहुत फायदेमंद रहता है| तरबूज के रस से एसिडिटी की समस्या से राहत मिलती है साथ ही इससे दिल के रोगों डायबीटीज व् केंसर रोग के उपचार के दौरान भी इस्तेमाल करके फायदा लिया जा सकता है|

3.      पुदीने का शरबत : पुदीने का शरबत बनाकर पीने से भी गर्मी की समस्या से राहत मिलती है| इसके लिए पुदीने को पीसकर उचित मात्रा में नमक और जीरा मिलकर सेवन करे| इस शरबत का सेवन करके लू, जलन,  बुखार,  उल्टी व गैस आदि समस्याओं को भी दूर किया जा सकता है|

4.      ठंडाई : बढ़ती गर्मी के प्रभाव से बचने के लिए ठंडाई का इस्तेमाल करके भी गर्मी से निजात पायी जा सकती है| रात के समय बादाम और खस खस को पानी में भिगो कर रख दे| सुबह इनको बारीक पीसकर ठंडे दूध में मिलाकर इसम उचित मात्रा में शक्कर मिलाकर पी लें|

5.      गन्ने के रस का प्रयोग : गन्ने का रस किसी भी व्यक्ति के लिए सेहतमंद होता है क्योंकि इसमें उचित मात्रा में विटामिन्स और मिनरल्स पाए जाते है| इसका सेवन करके शरीर को ताजगी प्रदान करने के साथ साथ लू के प्रभाव से भी बचा जा सकता है| गन्ने के रस के द्वारा बुखार का उपचार भी किया जा सकता है तथा एसिडिटी की जलन और पीलिया रोग के दौरान भी इसके सेवन से बड़ा आराम मिलता है| गन्ने के रस में बर्फ मिलाकर सेवन करना फायदेमंद नहीं होता है|

6.      छाछ : छाछ का प्रयोग किसी भी मौसम में करना गुणकारी होता है लेकिन गर्मी के मौसम में इसका सेवन करके विशेष रूप से लाभ लिया जा सकता है क्योंकि छाछ के अनेक आयुर्वेदिक लाभ होते है| छाछ के साथ पुदीना, काला नमक, जीरा आदि मिलाकर पीने से एसिडिटी और अन्य समस्याओं के दौरान आराम मिलता है|

7.      खस का शरबत : गर्मी के मौसम में शरीर को ठंडक प्रदान करने के लिए खस के शरबत का सेवन करना चाहिए| खस का शरबत बनाने के लिए इसे साफ पानी में धोकर सुखा दें| सूखने के बाद इसे पानी में उबाल कर उचित मात्रा में शक्कर मिलाकर छान लें| इसका सेवन करने से दिमाग को बहुत ठंडक मिलती है| 

8.      सत्तू : यह व्यंजन भी गर्मी से राहत दिलाने में मददगार होता है| इसके लिए हुए चने , जौ और गेहूं पीसकर मिश्रण बना लें| इसमें स्वादानुसार शक्कर और नमक भी मिलाकर खाया जा सकता है| इससे पेट की गर्मी को आसानी से शांत किया जा सकता है|

9.      आम का पन्ना : कच्चे आम को पानी में उबाल कर उसका गुद्दा निकालकर इसके साथ शक्कर, भूना जीरा, धनिया और नमक भी मिला लें| इसके सेवन करने से गर्मी की समस्या को दूर किया जा सकता है|

10.   उचित मात्रा में पानी का सेवन : अधिकतर लोग पानी तब ही पीते है जब उन्हें प्यास लगती है लेकिन डिहाइड्रेशन से बचने के लिए अधिक से अधिक मात्रा में पानी का सेवन करना चाहिए| नियमित रूप से एक व्यक्ति को 8 से 10 लीटर पानी का सेवन करना बहुत लाभदायक रहता है| अगर केवल पानी का सेवन करने का मन ना करें तो इसे जूस या अन्य पेय पदार्थ के साथ मिलाकर पीना चाहिए| गर्मी के समय में हमारे शरीर को लगभग प्रत्येक दो घंटे में 24 आउंस पानी की आवश्यकता होती है|

11.  अदरक, काली मिर्च और तुलसी का सेवन : खाने के साथ तुलसी की पत्तियों और तुलसी के बीज का प्रयोग करना चाहिए| तुलसी शरीर में एंटीसेप्टिक के रूप में कार्य करती है| इसके साथ सब्जी की ग्रेवी में बेसन भून कर मिला लें| इनके सेवन से शरीर को ठण्ड प्रदान की जा सकती है| इसके अलावा खाने के साथ प्याज, अदरक, काली मिर्च और लहसुन का सेवन भी करके फायदा लिया जा सकता है| नियमित रूप से इनका सेवन करने से खून शुद्ध होता है तथा शरीर का तापमान भी नियंत्रण में रहता है|  इनके सेवन से शरीर को एलर्जी और फूड प्वाइजनिंग की परेशानियों से भी बचाया जा सकता है|

12.  चीनी कम, शहद ज्यादा : ज्यादा मिठास वाले तत्व आहार के साथ खाने से शरीर को उर्जा मिलती है इसलिए हमें ऐसे पदार्थों का सेवन करना चाहिए जिनसे उचित मात्रा में कार्बोहाइड्रेट मिल सके| इस दौरान चीनी की कम मात्रा में ही लेनी चाहिए क्योंकि चीनी से कार्बोहाइड्रेट बहुत कम होने लगता है और इससे पाचन समबन्धी समस्या होने की संभावना भी रहती है| इसलिए चीनी की जगह शहद का इस्तेमाल करके फायदा लिया जा सकता है| इससे शरीर के इम्यून सिस्टम को मजबूती मिलती है | शहद का इस्तेमाल दूध के साथ मिलाकर किया जा सकता है|  

13.  गर्मी के मौसम में क्या खाना चाहिए : गर्मी के मौसम में मौसमी और रसदार फलों व हरी सब्जियों का सेवन अधिक करना चाहिए क्योंकि ये मुलायम, गुद्देदार और नमीयुक्त होने के कारण मौसम के अनुसार उपयुक्त होती है| इस दौरान आप गर्मी से राहत लेने के लिए लौकी , करेला, तोरी , कद्दू , खीरा , टिंडा , परमल , भिंडी , चौलाई आदि का इस्तेमाल करके फायदा ले सकते है इसके आलावा पुदीना, तरबूज और खीरे का सेवन भी किया जा सकता है| इनसे व्यक्ति की प्यास मिटती है क्योंकि इनमे सोडियम और कैलोरी की बहुत कम मात्रा पाई जाती है और ऑक्सीडेंट्स, कैल्शियम और विटामिन ए अधिक मात्रा में विद्यमान होते है| आम और दही के सेवन से शरीर को ठंडक मिलती है क्योंकि इनमे भी पानी अधिक मात्रा में होता है|

गर्मी के दिनों में प्याज खाने से भी बहुत राहत मिलती है| इसके अलावा तरबूज और खरबूज का सेवन करके भी बहुत फायदा मिल सकता है क्योंकि इनमे लगभग 90 % पानी होता है जिसके कारण इन्हें पचाने में भी आसानी होती है| गर्मी के दिनों में अंगूर का सेवन करके भी लाभ लिया जा सकता है क्योंकि अंगूर में पाया जाने वाला लायकोपिन नामक तत्व हमारी त्वचा को अल्ट्रावॉयलेट किरणों के हानिकारक प्रभाव से बचाने में मददगार होता है|

खाने के साथ सलाद का सेवन भी जरुर करना चाहिए| कच्ची सब्जियों से एंजाइम की प्राप्ति होती है जिनसे शरीर को उचित मात्रा में पोषक तत्वों का अवशोषण करने में मदद मिलती है| पोषक तत्व ही शरीर को चुस्त दुरुस्त रखने में लाभदायक होते है| इसके अलावा सलाद में फाइबर नामक तत्व भी भरपूर मात्रा में होता है जिससे पाचन तंत्र को मजबूती मिलती है|

कौन सी चीजो से परहेज रखें :

गर्मी के मौसम में अधिक वसायुक्त और भारी खाना नहीं खाना चाहिए|

कैफीन से परहेज रखे क्योंकि इससे डीहाइड्रेशन बढ़ने लगता है|

तले हुए व्यंजनों से भी दूर ही रहना चाहिए|

बासी खाना और खुले स्थान पर बने खाने को भी नहीं खाएं|

प्रोसेस्ड और डिब्बाबंद खाद्य पदार्थों से भी दूर ही रहें|

मिठाइयों का सेवन भी बहुत कम कर दें|

अधिक से अधिक मात्रा में तरल पदार्थों का सेवन करें|

गर्मी के मौसम में तले भूने और अधिक मसालेदार खाने से गर्मी की समस्या बहुत ज्यादा बढ़ने लगती है और इनके सेवन से आपको नुकसान होने लगता है| गर्मी के समय में इन चीजो को खाने से अधिक पसीना आने लगता है जिससे शरीर में पानी की कमी होने लगती है|

गर्मियों में खाने को ज्यादा देर तक ना रखें : गर्मी के मौसम के बैक्टीरिया के कारण खाने में अनेक तरह की समस्या होने लगती है| इनके प्रभाव से फूड पॉयजनिंग, डायरिया और उल्टी-दस्त होने की सम्भावना हो सकती है इसलिए फलो और सब्जियों को ज्यादा समय तक इस्तेमाल करने के लिए फ्रिज में रख देना चाहिए ताकि इनका इस्तेमाल दो चार दिन तक किया जा सके|

डीहाइड्रेशन और संक्रमण से करे बचाव : डीहाइड्रेशन से प्रभावित होने पर व्यक्ति में पानी की कमी होने लगती है इसलिए अधिक से अधिक पानी पीना चाहिए तथा शरीर को गर्मी के प्रभाव से भी बचाना चाहिए| इसलिए गर्मी के समय में अधिक समय तक घर से बाहर नहीं जाना चाहिए क्योंकि इससे शरीर का तापमान बढ़ने लगता है और थकान, कमजोरी, रक्तचाप कम होना आदि परेशानियाँ होने की सम्भावना हो सकती है|  गर्मी के समय पानी के अलावा नींबू पानी, बेल शरबत आदि का सेवन करके गर्मी के प्रभाव से बचाव किया जा सकता है क्योंकि इनके सेवन से शरीर को ठंडक मिलती है|

गर्मी के समय दूषित पानी का सेवन करने से या खुले व गंदे स्थान पर रखे खाद्य पदार्थों के कारण हैजा, टाइफाइड, पीलिया, आंतों में सूजन व अनेक प्रकार के संक्रमणों की समस्या होने लगती है|

हमेशा घर पर बने सादे और सुपाच्य खाने का सेवन करके भी शरीर को गर्मी के दौरान अनेकों बिमारियों से बचाया जा सकता है| कभी कभार मजबूरी में बाहर का खाना खाना पड़ जाये तो ऐसी स्थान का चुनाव करना चाहिए जहाँ ताजा और हाइजनिक खाना मिल सके|

हमेशा उर्जावान रहें : नियमित रूप से सुबह उठते ही एक गिलास पानी पीना चाहिए| इसके अलावा कम वसा वाले फलों तथा ताजे फलों के रस का सेवन करना चाहिए| अल्कोहोल और कैफीन आदि पदार्थों का सेवन बंद कर देना चाहिए क्योंकि इनसे शरीर में पानी की कमी होने के कारण व्यक्ति को कमजोरी हो सकती है|

कुछ बातों को हमेशा ध्यान रखें :

सब्जियों व बचे हुए खाने को दोबारा इस्तेमाल करने के लिए इन्हें फ्रिज में रख दें|
फ्रिज के तापमान को गर्मियों के समय में लगभग पांच डिग्री सेल्सियस से कम और फ्रीजर का तापमान -15 डिग्री सेल्सियस कर देना चाहिए|

दूध और दूध से बने पदार्थो को सामान्य तापमान पर रखकर इस्तेमाल ना करें|

कच्चे या पके हुए मांस तथा सी फूड को ज्यादा समय तक बचा कर ना रखे क्योंकि इनमे बैक्टीरिया होने लगते है जो अनेको बिमारियों का कारण बनते है|

कुछ समय भोजन को रखकर उसे दोबारा इस्तेमाल करने से पहले भोजन को एक बार चख कर जाँच लें क्योंकि इससे भी कई बार नुकसान हो सकता है|

बचे हुए खाने को दोबारा इस्तेमाल करने से पहले उसे अच्छी तरह से गर्म करके ही इस्तेमाल में लाना चाहिए|

ऐसे खाद्य पदार्थों का सेवन कभी नहीं करना चाहिए जिनकी एक्सपाइरी डेट जा चुकी हो|

पानी को उबाल कर या फिल्टर करके पीना चाहिए|




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