आइये जानते है कि समय और दिन के हिसाब के क्या क्या करना अशुभ माना जाता है |



संसार के सभी देशों में दिनों और समय को लेकर कई तरह की बाते बनी हुई है | अगर किसी दिन हमें कोई काम करना है तो किसी दिन उस काम को करने से नुकसान हो सकता है | भारत देश में भी दिनों और समय को लेकर कई तरह की प्रथाएं है |

आज हम आपको बताने जा रहे है कि किस दिन कौनसा काम नहीं करना चाहिए अन्यथा आपको कई तरह के नुकसान की स्थिति बन सकती है | आइये जानते है इस विषय से जुड़ी अन्य जानकारी जो आपके सामने इस प्रकार से है :

रात के समय नाखून नहीं काटने की परम्परा :

यह बात बहुत पहले के समय से चली आ रही है | पहले के समय में बिजली की व्यवस्था नहीं थी और इसी वजह से रात को ज्यादातर काम नहीं किये जाते थे | अँधेरा होने के कारण रात में किये गए कामों से आपको चोट लगने की संभावना बढ़ने लगती थी | इसीलिए रात को नाखून नहीं काटे जाते थे |

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इसके अलावा भी प्राचीन समय में ऐसा माना जाता था कि रात के समय नाख़ून काटने से लक्ष्मी जी रूठ जाती है जिसके कारण उस मनुष्य को कभी भी धन की प्राप्ति नहीं होती है | इसीलिए रात के समय नाखून काटने पर मनाही थी |

गुरुवार को लोग शेविंग नहीं करते :

ज्यादतर लोग गुरुवार को बाल नहीं कटवाते है और शेविंग भी करवाने से परहेज रखते है | यह परम्परा सदियों पुरानी है और इस दिन तो हेयर सैलून तथा पार्लर भी बंद ही रखे जाते है | हिन्दू धर्म में इस दिन के प्रति अटूट श्रद्धा है और इस दिन को बृहस्पति यानी देवताओं के गुरु का दिन माना जाता है जो भाग्य विधाता होता है | इसलिए लोगों में ऐसी मान्यता है कि इस दिन बाल कटवाने वाले या शेविंग करवाने वाले लोग अच्छे भाग्य वाले नहीं हो सकते है उनका भाग्य हमेशा खराब रहेगा | इसलिए अधिकतर लोग इस दिन ऐसा करने से परहेज रखते है |

शाम के समय तुलसी को नहीं करते स्पर्श :

हिन्दू धर्म में तुलसी के पौधे को लेकर भी कई तरह की मान्यताएं है जिनमे रात के समय तुलसी के पौधे के सामने दीपक जलाने की परम्परा है | इसके अलावा अधिकतर लोग रात के समय तुलसी को नहीं छूते है और ना ही उसपर जल चढ़ाते है |

विशेषज्ञों के अनुसार रात के समय तुलसी के पास दीपक जलाने से उस घर पर हमेशा लक्ष्मी जी की कृपया बने रहेगी | कुछ लोग ऐसा मानते है कि शाम के समय तुलसी के पेड़ को स्पर्श करने से लक्ष्मी जी नाराज हो जाती है |

शाम के समय ज्यादातर पौधे निंद्रा में रहते है और कोई उन्हें स्पर्श करता है तो उनकी नींद खुल जाती है | इसलिए लोगो में ऐसी मान्यता सदियों से चली हुई है |

शाम के समय झाड़ू नहीं लगाने की परम्परा :

यह प्रथा भी काफी समय से चली आ रही है कि शाम के समय ज्यादातर घरों में झाड़ू नहीं लगाया जाता है और अगर कोई गलती से ऐसा करता है तो इसका कड़ा विरोध किया जाता है | लेकिन पहले के जमाने में झाड़ू इसलिए नहीं लगाया जाता था क्योंकि पहली बिजली तो थी नहीं और अँधेरे में कोई सामान या पैसे गिर जाएँ तो झाड़ू लगाने से वो घर से बाहर जा सकते थे |

इसके अलावा शाम के समय अधिकतर घरों में पूजा करने के समय हुआ करता है इस समय भी झाड़ू लगाना वर्जित था | इसलिए अगर घर में सफाई करनी है तो शाम से पहले ही झाड़ू लगाया जाता है क्योंकि शाम के बाद झाड़ू नहीं लगाया जा सकता है | 

शाम को सोने से बढ़ता है मोटापा :

शाम को सोना शारीरिक रूप से भी अच्छा नहीं माना जाता है साथ ही शाम को सोने से पैसों का भी नुकसान हो सकता है | जो लोग रोजाना शाम के समय सोते है वे मोटापे की समस्या से ग्रस्त हो सकते है साथ ही उन्हें कंगाली का सामना भी करना पड़ सकता है |

शाम को सोने से व्यक्ति में आलस्य का अवगुण भी बढ़ने लगता है और इसी कारण आप कई अन्य कामों से बचने लगते है | इसलिए शाम के समय सोने से बचने चाहिए और शरीर को मोटापे व अन्य समस्याओं से बचाना चाहिए |

हालाँकि ऊपर बताई गयी मान्यताएं भारत देश के गांवों में रहने वाले लोग ज्यादा मानते है शहरों में रहने वाले ज्यादातर लोगो को तो इनके बारे में कुछ खास पता भी नहीं होता है | इसलिए हमें भी सदियों से चली हुई मान्यताओं के साथ ही चलना चाहिए क्योंकि कई बार इनकी अनदेखी करने से मनुष्य को बहुत बड़ा नुकसान हो जाता है जिसकी भरपाई उम्र भर भी नहीं की जा सकती है | 










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