जली हुई जीभ का उपचार करने के घरेलू उपाय | jali hui jibh ka upchar krne ke ghrelu upay



अक्सर कोई गर्म चीज का सेवन करने से जीभ जल जाती है जिसके कारण हमें खाने पीने में बहुत समस्या होने लगती है | इसलिए जली हुई जीभ को ठीक करने के लिए कुछ उपायों का प्रयोग करके इसे ठीक करने में मदद ली जा सकती है |

jali hui jibh


आज हम आपको इस लेख के माध्यम से जली हुई जीभ को ठीक करने के घरेलू उपायों के बारे में बताएँगे जिनसे आप जली हुई जीभ का उपचार आसानी से कर सकते है | आइये जानते है इस विषय से जुड़ी कुछ खास जानकारी जो आपके सामने इस प्रकार है :

प्राकृतिक तरीके से उपचार :

आइस क्यूब या आइस पॉप से उपचार :

जली हुई जीभ को ठीक करने के लिए उस पर कोई ठंडी चीज रखनी चाहिए | इसके लिए जीभ पर आइस क्यूब या आइस पॉप रखकर चूसना चाहिए | इसके अलावा कोल्ड ड्रिंक्स का इस्तेमाल करके भी लाभ लिया जा सकता है | इन उपायों द्वारा जली हुई जीभ को ठीक किया जा सकता है |

दही का प्रयोग करके :

दही का प्रयोग करके जली हुई जीभ को आसानी से ठीक किया जा सकता है और इस उपचार को जली हुई जीभ को ठीक करने का सबसे बढ़िया तरीका माना जाता है | इस उपाय का लाभ लेने के लिए जीभ के जलने पर एक चम्मच दही को मुंह में कुछ देर तक जीभ पर रखने के बाद पेट में ले जाना चाहिए | इससे तुरंत राहत मिलती है |

हालाँकि इस उपाय के लिए नेचुरल ग्रीक योगर्ट को ज्यादा बढ़िया माना जाता है लेकिन इसके लिए किसी भी प्रकार की दही का प्रयोग करके लाभ लिया जा सकता है | इसके अलावा एक गिलास ठन्डे दूध का सेवन करके भी फायदा लिया जा सकता है |

चीनी का प्रयोग करके :

चीनी का इस्तेमाल करके भी जली हुई जीभ को ठीक करने का तरीका बहुत गुणकारी होता है इसके लिए जीभ के जले हुए भाग एक चुटकी सफेद चीनी लगा लें और एक मिनट तक इसे प्रभावित जगह पर पिघलने दें | इसके पिघले हुए रस से जीभ जी जलन कम होने लगती है |

शहद का इस्तेमाल करके लाभ :

जली हुई जीभ को शहद के इस्तेमाल से ठीक करने का एक बेहद खास प्राकृतिक तरीका है इससे जली हुई जीभ के दर्द को कम करने में मदद ली जा सकती है | इस उपाय का लाभ लेने के लिए के चम्मच शहद से ही फायदा लिया जा सकता है |

एक चम्मच शहद को कुछ देर तक जीभ पर लगायें और बाद में इसे निगल लें | इस उपाय का इस्तेमाल 12 साल से कम उम्र के बच्चों के लिए नहीं किया जा सकता है | इससे उनमे विषाक्त बैक्टीरिया फैलने का खतरा होने लगता है जिनके कारण इन्फेंट बॉट्युलिस्म (infant botulism) होने की सम्भावना हो सकती है |

विटामिन E आयल का प्रयोग करके :

विटामिन E आयल का प्रयोग करने से जली हुई जीभ के टिश्यू दोबारा उत्पन्न करने में मदद मिलती है साथ ही जली हुई जीभ को भी बहुत जल्दी आराम प्रदान किया जा सकता है | इस उपाय का प्रयोग करने से जीभ को बहुत जल्दी स्वस्थ किया जा सकता है |

इस उपाय को आजमाने के लिए 1,000 IU विटामिन E की कैप्सूल को खोलकर उसके तेल को जीभ के जले हुए भाग पर लगा दें |

मुंह से साँस लेकर उपाय :

जीभ के जल जाने पर आप मुंह से साँस लेकर भी जली हुई जीभ को ठीक कर सकते है क्योंकि मुंह से सांसे लेने पर ठंडी हवा के प्रभाव से जीभ को बहुत जल्दी आराम मिल जाता है |

एसिडिक या खट्टी और नमकीन के सेवन से परहेज रखें :

जब तक जली हुई जीभ ठीक नहीं होती है तब तक आपको टमाटर, साइट्रस फल व जूस, और सिरके के सेवन से परहेज रखना चाहिए | इसकी बजाय ऑरेंज जूस का सेवन करके या उसके साथ पानी का मिश्रण करके सेवन करने से लाभ लिया जा सकता है | इसके अलावा नमकीन चीजों जैसे पोटैटो चिप्स आदि के सेवन से भी दूर रहना चाहिए क्योंकि इनके सेवन से जीभ में जलन होने की संभावना हो सकती है |

एलोवेरा का इस्तेमाल करके :

एलोवेरा के पौधे का इस्तेमाल करके शरीर के हिस्से की किसी भी जले हुए भाग को राहत दी जा सकती है | यह भी प्राकृतिक रूप से उपचार करने के तरीको में शामिल है | जली हुई जीभ को भी एलोवेरा जैल के प्रयोग से ठीक किया जा सकता है | बाजार से खरीदे हुए जैल का प्रयोग नहीं करना चाहिए क्योंकि यह इतना ज्यादा प्रभावी नहीं होता है | इसके स्थान पर पौधे से जैल निकालकर प्रयोग में ला सकते है जिससे जीभ को ठंडक प्रदान करने से साथ साथ दर्द से राहत भी मिल सकती है |

पेन रिलीफ (Pain Relief)  का इस्तेमाल करके लाभ :

खांसी की गोली या कॉफ ड्रॉप्स का प्रयोग करके :

जीभ पर जलन का प्रभाव ज्यादा होने की स्थिति में बेन्ज़ोकेन (benzocaine), मेंथोल (menthol) या फिनॉल (phenol) वाली कॉफ ड्रॉप्स का इस्तेमाल करके लाभ लिया जा सकता है क्योंकि ये इंग्रेडियंट लोकल एनेस्थेटिक के रूप में काम करते है जिससे जीभ को सुन्न कर दिया जाता है और आराम पहुँचाया जाता है | एनेस्थेटिक माउथवॉश का प्रयोग करके भी लाभ लिया जा सकता है क्योंकि इसमें भी इसी तरह के गुण मौजूद होते है |

मेंथोल चुइंग गम (menthol chewing gum) का प्रयोग करके :

जली हुई जीभ को ठीक करने के लिए मेंथोल वाले चुइंग गम का प्रयोग करके फायदा लिया जा सकता है | इसके अलावा पेपरमिंट (peppermint) और स्पीयरमिंट (spearmint) के स्वाद वाले गम में मेंथोल होने के कारण इससे जली भी जीभ पर आराम मिलता है |

दर्द कम करने के लिए करे दवा का प्रयोग :

कई बार जीभ के जलने से इसमें बहुत तेज दर्द होने लगता है | इस स्थिति में दर्द को कम करने और आराम पाने के लिए ऐसिटमिनोफेन (पैरासिटमौल) (acetaminophen / paracetamol) या आइबूप्रोफेन (ibuprofen) का प्रयोग करके दर्द और सूजन दोनों को कम करने में मदद ली जा सकती है |

बर्न क्रीम्स या ऑइंटमेंट्स (burn creams or ointments) से परहेज रखें :

जले हुए हिस्से को ठीक करने के लिए बर्न क्रीम्स का इस्तेमाल केवल शरीर के बाहरी हिस्से के लिए ही फायदेमंद रहता है इन्हें शरीर के आंतरिक हिस्सों के लिए प्रयोग में नहीं लाना चाहिए | इनमे विशेष प्रकार के जहरीले तत्व मिलाये जाते है जिससे इनके प्रयोग से विषैला असर हो सकता है | हालाँकि ऐसी स्थिति में मुंह के लिए प्रयोग की जाने वाली बर्न क्रीम का प्रयोग करके लाभ लिया जा सकता है |

डॉक्टर की सलाह लें :

जीभ के जलने पर घरेलू उपचारों द्वारा इसे ठीक किया जा सकता है लेकिन अगर सप्ताह भर भी उपायों का इस्तेमाल करने पर आराम ना मिले तो डॉक्टर की सलाह जरुर लेनी चाहिए क्योंकि उसके द्वारा ही आपको उचित सलाह और उपचार के बारे में बताया जा सकता है |

कई बार जीभ खाने पीने से नहीं जलती है इसकी कुछ और ही वजह होती है तो ऐसी स्थिति में आपको बर्न्ट टंग सिंड्रोम (burnt tongue syndrome) की समस्या हो सकती है | ऐसी समस्या के दौरान अक्सर मुंह में जलन और तेज दर्द भी होने लगता है |

इस तरह की समस्या के दौरान भी डॉक्टर की सलाह लेना बहुत जरूरी होता है | कई बार बर्न्ट टंग सिंड्रोम की समस्या होने के कारण कोई गंभीर बीमारी जैसे डायबिटीज़ (diabetes), हाइपरथाइरॉयडिसम (hyperthyroidism), डिप्रेशन (depression) या फूड एलर्जी (food allergy) के लक्षण भी हो सकते है | इसलिए समय रहते ही उचित उपचार कर लेना चाहिए |

आवश्यक सलाह :

जीभ जलने के बाद खाना खाने के लिए जीभ को सुन्न करने के लिए किसी दवा का प्रयोग नही करना चाहिए क्योंकि इससे सुन्न अवस्था में होने पर जीभ दांतों के बीच आकर कट सकती है | इससे जली हुई जीभ पर पहले से ज्यादा दर्द और जलन होने लगती है |

आइस क्यूब का इस्तेमाल ब्राउन शुगर के साथ करें और इसे मुंह में डालते समय जीभ के जले हुए भाग पर शुगर डालकर ऊपर बर्फ रख दें |

जली हुई जीभ पर दर्द को कम करने के लिए ठंडी चीजों का सेवन अधिक करना चाहिए इनमे आइस क्रीम खायें और / या बर्फ के पानी का सेवन करके लाभ लिया जा सकता है |

नोट करें :

बर्फ के टुकड़े का प्रयोग करने से पहले इसे पानी में डालकर गीला कर लें क्योनी अगर इसे ऐसे ही प्रभावित जगह पर लगाया जाएगा तो बर्फ का टुकड़ा जीभ पर चिपक सकता है जिसके कारण दर्द होने लगता है |

शहद का इस्तेमाल करके जली हुई जीभ को ठीक करने से पहले ध्यान रखना चाहिए कि इसका इस्तेमाल 12 साल से कम उम्र के बच्चे के लिए करना नुकसानदायक हो सकता है |

कभी भी मुंह के अन्दर ओरल बर्न क्रीम्स का इस्तेमाल नहीं करना चाहिए क्योंकि इनका इस्तेमाल केवल बाहरी त्वचा के लिए करना ही फायदेमंद रहता है |

कभी भी जीभ जलने पर कोई गंभीर स्थिति होने पर स्वयं उपचार करने की बजाय डॉक्टर की सलाह लेनी चाहिए |

ऑइंटमेंट का प्रयोग करने पर गला सुन्न पड़ सकता है जिसके कारण आप अनुचित चीजों को साँस के साथ अन्दर ले जा सकते है |

ऊपर दिए गए उपायों का सावधानीपूर्वक इस्तेमाल करके आप जली हुई जीभ का उपचार घरेलू तरीकों से करने से सफल हो सकते है |










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