किवी फल के 14 स्वास्थ्यवर्धक लाभ | health benefits of kiwi fruit



वैसे तो सभी फल मनुष्य के लिए बहुत फायदेमंद और गुणकारी होते है | इनके सेवन से व्यक्ति को हमेशा अनेकों लाभ होने के साथ साथ रोगों से बचाव करने में मदद मिलती है | इसी तरह से किवी का फल भी व्यक्ति को बहुत स्वादिष्ट लगता है साथ इससे अनेकों स्वास्थ्यवर्धक लाभ भी लिये जा सकते है |

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आज हम आपको किवी के फल के सेवन से होने वाले लाभों के बारे में बताएँगे जिन्हें जानकर आप अनेकों समस्याओं से बचाव करने में सफल हो सकते है | आइये जानते है किवी फल के लाभों के बारे में जो इस प्रकार है :

किवी फल के स्वास्थ्यवर्धक लाभ :.

पाचन क्रिया में सुधार करने के लिए :

किवी फ्रूट का सेवन करने से उचित मात्रा में एक्टिनिडेन नामक एंजाइम की प्राप्ति की जा सकती है जिससे भोजन को पचाने में आसानी रहती है | इस तरह का लाभ हमें पपीते और अन्नानास के फल से भी प्राप्त हो सकता है |

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ब्लड प्रेशर को नियंत्रण करने में लाभकारी :

किवी फल में भरपूर मात्रा में पोटैशियम पाया जाता है जिससे उच्च स्तर इलेक्ट्रोलाइट्स को संतुलित करने में आसानी रहती है | यह सोडियम के विपरीत काम करने की प्रक्रिया करता है|

डीएनए को सुरक्षा :

हाल ही में हुए एक अध्ययन के अनुसार किवी में एंटीऑक्सीडेंट्स के मौजूद होने से डीएनए कोशिका को ऑक्सीडेटिव डैमेज से बचाने में फायदा लिया जा सकता है | विशेषज्ञों के अनुसार नियमित रूप से किवी फ्रूट का सेवन करके कैंसर जैसे खतरनाक रोग से बचाव किया जा सकता है |

रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाने के लिए :

किवी फ्रूट विटामिन सी और एंटीऑक्सीडेंट्स का भंडार माना जाता है जिसके सेवन से रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ने लगती है और शरीर हमेशा रोगों के प्रभाव से बचा रहता है |

वजन कम करने में फायदेमंद :

नियमित रूप से किवी फ्रूट का सेवन करने से ग्लाइसीमिक इंडेक्स और फाइबर तत्व की पूर्ति की जा सकती है | इसी वजह से इन्सुलिन के स्तर में वृद्धि होने लगती है जिसके कारण शरीर में बढ़ते फैट को नियंत्रण में किया जा सकता है |

पाचन क्रिया को मजबूत बनाने के लिए :

किवी के फल में भरपूर मात्रा में रेशे होने के कारण इसके सेवन से कब्ज और आंतों सम्बन्धी समस्या को दूर करने के साथ साथ पाचन क्रिया को मजबूत बनाने में मदद मिलती है |

टोक्सिन को दूर करने के लिए :

किवी फल में फाइबर तत्व उचित मात्रा में पाया जाता है जिसके कारण आंत से टॉक्सिंस को बाहर निकालने में फायदा लिया जा सकता है |

दिल सम्बन्धी रोगों से बचाव करने के लिए :

नियमित रूप से किवी फ्रूट का सेवन करने से ब्लड क्लाटिंग 18% और ट्राइग्लिस्राइड्स 15% कम की जा सकती है | कुछ लोग ब्लड क्लाटिंग घटाने के लिए एस्पिरिन का सेवन करते है जिसके कारण आँतों में जलन और ब्लीडिंग की समस्या का सामना करना पड़ सकता है | कीवी के फल का सेवन करके एंटी क्लाटिंग गुण पाए जा सकते है साथ ही इससे किसी प्रकार का कोई दुष्प्रभाव भी नहीं है | इसलिए इस फल का प्रयोग करके अधिक से अधिक लाभ लिया जा सकता है |

मधुमेह से छुटकारा पाने के लिए :

किवी के फल के सेवन से ग्लाइसीमिक इंडेक्स कम होने के कारण ब्लड में शुगर लेवल घटने लगता है | इसका ग्लासीमिक लोड 4 होने के कारण इससे मधुमेह के रोगियों को बहुत फायदा होता है जिससे उन्हें इस रोग से छुटकारा पाने में मदद मिलती है |

आँखों की रोशनी में वृद्धि करने के लिए ;

अक्सर ज्यादा उम्र हो जाने के बाद व्यक्ति में मैकुलर डीजेनेरेशन के कारण आँखों की रोशनी घटने लगती है | हाल ही में हुए एक अध्ययन के अनुसार नियमित रूप से तीन किवी फ्रूट खाने से मैकुलर डीजेनेरेशन 30% कम हो सकता है | किवी फ्रूट में उचित मात्रा में लूटीन और ज़ियाज़ैंथिन होने के कारण इससे आँखों सम्बन्धी रोगों के दौरान लाभ लिया जा सकता है |

एल्कलाइन बैलेंस बनाने के लिए :

किवी फ्रूट का सेवन करने से भरपूर मात्रा में एल्कलाइन की पूर्ति की जा सकती है जिससे शरीर में मिनरल्स में वृद्धि होने लगती है और शरीर से अतिरिक्त एसिड को कम किया जा सकता है | इसके अलावा नियमित रूप से इस फल का सेवन करने से त्वचा को बेहद खूबसूरत बनाने के साथ साथ शारीरिक उर्जा में वृद्धि की जा सकती है | इसके अलावा सर्दी से बचाव कर्ण के साथ गठिया और ऑस्टियोपोरोसिस रोग को भी दूर करने में मदद मिलती है |

त्वचा को सुरक्षित रखने के लिए :

किवी के फल में उचित मात्रा में विटामिन इ और एंटीऑक्सीडेंट होने के कारण त्वचा को बहुत फायदा मिलता है | इसके सेवन से त्वचा को चमकदार बनाया जा सकता है |

बेहद स्वादिष्ट :

किवी का फल स्वाद में बहुत बढ़िया होता है | इसलिए इसे बच्चे और बड़े सभी बहुत पसंद करते है | हमें अपने शरीर में आवश्यक तत्वों क संतुलन बनाये रखने के लिए सभी फलों का सेवन करना चाहिए | क्योंकि सभी फलों में अलग अलग गुण और फायदे होते है | अगर हम एक ही तरह के फलों का सेवन करते रहेंगे तो इस शरीर में न्यूट्रिशन में कमी रह जाती है |

पेस्टिसाइड्स से सुरक्षित :

किवी फल पेस्टिसाइड्स रेज़िड्यूज़ से सुरक्षित होने के कारण इसे सुरक्षित फलों में गिना जाता है |

किवी फल के बारे में अन्य खास जानकारी :

इस फल का नाम न्यू ज़ीलैंड के एक प्रसिद्द पक्षी किवी के नाम पर रखा गया है | दोनों में काफी समानताएं भी है जैसे दोनों ही छोटे और भूरे है |

किवी फ्रूट की सबसे लोकप्रिय प्रजाति को ही फ़ज्जी किवी फ्रूट का नाम दिया जाता है इसलिए सभी किवी फ्रूट्स को फ़ज्जी नहीं कहा जा सकता है और ना ही सभी फ्रूट फ़ज्जी होते है | किवी फ्रूट का रंग सुनहरा होता है साथ ही इसका छिलका भी चिकना और ब्रोंज कलर का होता है | सुनहरे रंग के किवी फल में बहुत मिठास और खुशबू होती है |

सबसे पहले यह फल चाइना में होता था लेकिन लगभग 60 साल पहले इसकी नस्ल उत्तरी अमेरिका में ले जाई गयी | यूएस में इसे पहली बार वर्ष 1962 में जाना गया था |

हलांकि किवी के फल को ठण्ड में पाया जा सकता है लेकिन फिर भी इसकी सबसे ज्यादा पैदावार इटली, न्यू ज़ीलैंड और चिली में की जाती है |

किवी के फ़ज़्ज़ का इस्तेमाल भी खाने के लिए किया जा सकता है |

किवी फल को कैसे खाना चाहिए :

अगर फल पूरी तरह से पका हुआ ना हो और दबाव देने पर दबता नहीं है तो इसे उचित तापमान (27 डिग्री सेल्सियस) पर पकने के लिए रखा जा सकता है या धुप में भी रख सकते है |

इसको अन्य फलों जैसे केले, सेब या नाशपाती के साथ किसी पपेरबेग में रखकर भी पकाया जा सकता है |

पूरी तरह पक जाने के बाद या पके हुए किवी को किसी दूसरे फल के साथ नहीं रखना चाहिए बल्कि इसे फ्रिज में भी अलग ही रखें |

कच्चे किवी फल में एक्टिनिडेन होता है जिसके कारण इसका इस्तेमाल मिठाई बनाने के लिए नहीं किया जा सकता है |

सावधानी :

जो लोग किडनी या गाल्ब्लैडर की समस्या से ग्रस्त होते है उन्हें इसके सेवन से हमेशा परहेज रखना चाहिए क्योंकि उन्हें इसके सेवन से स्वास्थ्य सम्बन्धी परेशानी हो सकती है | क्योंकि किवी फल में ओक्ज़लेट तत्व पाया जाता है | किसी समस्या से ग्रस्त व्यक्ति के द्रव्य में इसके जमने से यह उसे क्रिस्टलाइज़ कर सकता है जिसके कारण बहुत परेशानी हो सकती है|

इसके अलावा किसी के फल में लैटेक्स-फ्रूट एलर्जी सिंड्रोम वाला एंजाइम भी पाया जाता है इसलिए लैटेक्स एलर्जी की समस्या से ग्रस्त व्यक्ति को भी इसके सेवन से परहेज ही रखना चाहिए क्योंकि इसके सेवन से उसे और ज्यादा एलर्जी होने लगती है | इसको पका कर खाने से इसके एंजाइम के प्रभावखत्म हो जाते है | हालाँकि एथलीन गैस से पका हुआ फल ऑर्गैनिक रूप से पके फल की तुलना में ज़्यादा एलर्जिक हो सकता है |

इस तरह से आप किवी के फल का सेवन करके कई तरह के स्वास्थ्यवर्धक लाभ ले सकते है जो आपको रोगों से बचाने और शारीरिक शक्ति में वृद्धि करने के लिए भी फायदेमंद हो सकते है | इसके अलावा जो लोग किसी प्रकार की समस्या से ग्रस्त है उन्हें इसके सेवन से पहले डॉक्टर से सलाह लेनी चाहिए ताकि उन्हें किवी के सेवन से किसी प्रकार की कोई परेशानी ना हो | इन सभी बातों को ध्यान में रखकर आप किवी के फल का सेवन करके अधिक से अधिक लाभ ले सकते है |










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