Five Principles Of Good Communication Skill In Hindi

अच्छा संचार कौशल विकसित करने के पांच सिद्धांत

बात आपके व्यक्तिगत जीवन की हो या व्यापारिक जीवन की हर जगह आपके बातचीत करने का तरीका परखा जाता है| बात करने से ही बात बनती है और बढ़िया संचार कौशल आपके लिए नए अवसर बनाता है इससे कामयाबी की दिशा में चल रहे प्रयासों को धार मिलती है| अगर आपकी संचार कौशल अच्छी है तो आपकी सफलता की संभावनाएं बहुत बढ़ जाती है| अपने संचार कौशल को विकसित करने के लिए सिद्धांतो का पालन जरुर करना चाहिए| हमारे द्वारा आपको कुछ प्रभावी सिद्धांत दिए जा रहें है जिनसे आपको बहुत फायदा हो सकता है|

Five Principles Of Good Communication Skill In Hindi


Supportive Talker (बातचीत में सहयोगी और प्रेरणा देने वाला) :

बातचीत में सबसे जरुरी पहलु है सामने वाले को भी बोलने का बराबर मौका दे| जिससे आप बात कर रहें है उसे बोलने के लिए प्रेरित करे और बातचीत के दौरान नजर से नजर मिलाएं रहे| अगर बातचीत के दौरान आपकी नजर उससे नहीं मिलती है तो आपका साथ सामने वाले को नहीं मिलता है|
बड़ी कंपनियों की सफलता के लिए यह सिद्धांत बहुत प्रभावी है| इन कम्पनियों द्वारा ग्राहक की पूरी बात सुनी जाती है जिससे उनको ग्राहक की इच्छाओं और अपेक्षाओं का पता चलता है| यह पता करने के बाद ही बड़ी कम्पनियों द्वारा नए उत्पाद बाज़ार में लाये जातें है| हम भी ऐसे व्यक्तियों से मिलने से परहेज रखते है जो हमें बोलने का पूरा मौका नहीं देते|
सामने वाले को अपनी बात कहने के लिए मौका देना या प्रेरित करने आपके बातचीत के कौशल को दर्शाता है जिससे आप किसी का भी दिल जीतने में सफल हो सकते है|

Knowledgeable Individual (ज्ञानी या शिक्षित व्यक्ति )

किसी भी विषय पर अपने विचार देने से पहले आपको उस विषय के बारे में महारत होनी चाहिए| अपने ज्ञान को बढ़ने के लिए उस विषय से सम्बंधित सारी जानकारी पढ़ ले| जब आप विशेषज्ञ हो जायेंगे तभी आपकी बातचीत का ढंग प्रभावी होगा| ज्ञान प्राप्त करने के बाद दिखावा ना करे और अभिमान बिल्कुल भी ना दिखाए| 
अगर आपको ज्ञान नहीं है तो दुसरे की बातों से ही ज्ञान प्राप्त करने का नजरिया बना ले| बिना ज्ञान किसी विषय पर बोलने से अच्छा है चुप रहकर दूसरों की बातें सुनना| इस तरह से भी अपना संचार कौशल विकसित किया जा सकता है|
इसका सबसे अच्छा उदाहरण है यदि आप किसी को एक रुपया देते है और बदले में दूसरा इन्सान भी आपको एक रुपया देता है तो अंत में आपके पास एक ही रुपया रहेगा| लेकिन अगर आप किसी को एक विचार बताते है और जवाब में वह भी आपको एक विचार बताता है तो अंत में दोनों के पास दो दो विचार होंगे| इससे आपके ज्ञान में बढ़ोतरी होगी साथ ही बातचीत का तरीके में भी सुधार हो जायेगा|

Intelligent Questioner (बुद्धिमान प्रश्नकर्ता) :

बातचीत के दौरान प्रश्न करना महत्वपूर्ण पक्ष है इससे ये पता चलता है कि आप बातचीत को ध्यान से सुन रहे हो और बोलने वाले को ध्यान से सुनकर उसका सम्मान भी करते है| प्रश्न करना जरुरी क्यों होता है और इससे क्या फायदा होता है| प्रश्न करने से आपकी उलझन दूर होती है दूसरा सामने वाली की मनोदशा का भी पता लग जाता है| इसके अलावा किसी की अपेक्षाओं और समस्याओं से रूबरू होना चाहतें है तो प्रश्न कर ले|
किसी बात में अगर आपको दिलचस्पी है तो आप उसे बड़े ध्यान से सुनते है और अपने आप ही कई प्रश्न मन में उठने लगते है| अगर आप प्रभावी संप्रेषक बनना चाहते है तो विषय से जुड़े प्रश्न जरुर पूंछे|

Logical Start and End (तार्किक शुरुआत और अंत)

बातचीत एक मुश्किल काम है और बातचीत शुरू होने में थोड़ी देर लगती है बातचीत को प्रभावी और गतिशील बनाने के लिए आप कुछ टॉपिक चुन सकते है इनमे मौसम के बारे में या राजनीति और शिक्षा आदि पर सामान्य बातचीत हो सकती है| एक बार इनमे से किसी भी विषय पर बात शुरू हो जाती है तो गति अपने आप ही मिल जाती है | बातचीत शुरू करना जितना महत्वपूर्ण होता है उतना ही महत्वपूर्ण बात ख़त्म करना और उद्देश्य की प्राप्ति करना भी होता है| किसी व्यवसायी या संघ से बातचीत के दौरान दोबारा होने वाली मुलाकात का समय और स्थान उसी समय तय कर ले| बातचीत की शुरुआत और अंत को तार्किक रूप से ख़त्म करने से आपके संचार कौशल में अपेक्षित विकास होता है|

Lovely Listener (प्यारे श्रोता ) :

किसी बात को ध्यान से सुनने वाले अच्छे श्रोता बहुत ही कम होते है| कहना तो सब चाहते है लेकिन किसी की बात सुनने का वक्त नहीं होता| कुछ लोग अपने बातचीत द्वारा अपना नजरिया बताते है, कुछ अपनी परेशानियाँ बताते है लेकिन उन्हें शायद पता नहीं है कि काम बोलने और ज्यादा सुनने वालों को ही समाज में पसंद किया जाता है|
अच्छे श्रोता बनकर आप अपने परिवार, समाज, रिश्तेदारों में प्रसिद्द हो सकते है| सबकी बातें सुनकर ही आपको उनके मन के भावों का पता चलेगा| यह सबसे महत्वपूर्ण और प्रभवि तरीका है आपके संचार कौशल को विकसित करने के लिए|

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