देशी तेल से पांच सेकंड में करें किसी भी दर्द को दूर | deshi tel se panch second me kre kisi bhi dard ko kre door


आज के दौर में भागदौड़ भरी जिंदगी में व्यक्ति के शरीर के किसी भी हिस्से में अचानक से दर्द होने लगता है जो आपको काफी परेशानी में डाल देता है | कई बार यह दर्द असहनीय हो जाता है जिसकी वजह से आप काम करना तो दूर की बात है चलने फिरने में भी असहज महसूस करने लगते है | साइटिका, रिंगन बाय, जोड़ों के दर्द, घुटनो के दर्द, कंधे की जकड़न, कमर दर्द आदि कुछ ऐसे ही दर्द है जो किसी भी व्यक्ति को कई दिन तक बेड रेस्ट करा सकते है तथा स्वस्थ व्यक्ति को भी बीमार सा बना देते है |

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इन सभी दर्दों को आप केवल चंद सेकंड्स में आसानी से दूर करने में सफल हो सकते है | इनके उपचार के लिए एक प्रकार के देशी तेल का इस्तेमाल करके लाभ लिया जा सकता है | आज हम आपको इस तेल को बनाने की विधि और प्रयोग के बारे में बताने जा रहे है जिसका प्रयोग करके आप बड़े से बड़े और पुराने दर्द को चुटकी में दूर कर सकते है | आइये जानते है इस खास तेल को बनाने और प्रयोग करने की विधि के बारे में जो आपके सामने इस प्रकार है :

तेल तैयार करने के लिए आवश्यक सामग्री :

सरसों या तिल का तेल 500 ग्राम, दालचीनी 25 ग्राम, कायफल 250 ग्राम और कपूर की 5  टिकिया आदि सामग्री लें |

कायफल क्या है :

कायफल पेड़ की छाल होती है जिसका रंग गहरा लाल होता है तथा यह आपको लगभग दो दो इंच के टुकड़ों में टूटी हुई मिलती है | यह आपको किसी भी आयुर्वेदिक स्टोर पर आसानी से उपलब्ध मिल सकती है | कायफल को लेकर बारीक पीस लें क्योंकि यह जितना बारीक़ होती है उतनी ही गुणकारी भी मानी जाती है |

तेल तैयार करने का तरीका :

तेल को तैयार करने के लिए लोहे, पीतल या एल्युमिनियम की कड़ाही का इस्तेमाल किया जा सकता है | किसी एक धातु की कड़ाही में तेल डालकर गर्म कर लें | जब तेल पूरी तरह गर्म हो जाएँ तो उसमे बारीक पिसा हुआ कायफल चूर्ण डाल दें तथा आंच को थोड़ा धीमा कर दें | इसके थोड़ी देर बाद इसमें दालचीनी पाउडर भी मिला दें तथा जब चूर्ण खत्म हो जाएँ तो कड़ाही को आंच से नीचे उतार दें |

आंच से उतारने के बाद तेल को किसी साफ कपड़ें से छान लें तथा तेल ठंडा होने पर कपड़े को भी इसमें निचोड़ लें | ठंडा होने के बाद तेल को एक बार फिर से गर्म कर लें और इसमें कपूर की टिकिया का भी मिश्रण कर लें | अगर आप कपूर को बारीक पीसकर डालते है तो यह जल्दी से तेल में मिल जायेगा | इसके बाद तेल को आंच से उतारकर बोतल में डाल लें | कुछ दिन बोतल में रहने के बाद तेल में से लाल रंग अलग होकर नीचे बैठने लगता है इसके बाद तेल को दूसरी बोतल में डाल लेना चाहिए |

तेल का प्रयोग कैसे करना चाहिए :

अगर आप चाहते है कि तेल ज्यादा असरदारक हो तो इसके लिए साफ तेल में 25 ग्राम दालचीनी पाउडर को बिना पीसे ही मिला लें | तेल को छानने के बाद बचे हुए कायफल के चूर्ण को भी दर्द सेंकने के लिए इस्तेमाल करके फायदा लिया जा सकता है | यह चूर्ण बेकार नहीं होता है इसलिए इसे फैंकना नहीं चाहिए |

जिस जगह पर आपको दर्द महसूस होता है उस जगह पर तेल लगाकर हल्की हल्की मालिश करनी चाहिए | मालिश करते समय हाथ का दबाव ज्यादा नहीं डालना चाहिए तथा मालिश के बाद उसे सेंकना भी चाहिए | अगर आप अच्छी तरह सेंक नहीं करते है तो आपको उतना लाभ नहीं मिलेगा | मालिश करने से पहले आप पानी पी सकते है क्योंकि मालिश के दो घंटे बाद तक आपको ठन्डे पानी का सेवन नहीं करना है |


दोस्तों आज हमने आपके साथ बेहद खास जानकारी शेयर की है जो आपको बड़े से बड़े दर्द से निजात दिलाने में फायदेमंद साबित हो सकती है | इसलिए कभी भी किसी दर्द या तकलीफ में होने पर ऊपर दिए गए नुश्खे का इस्तेमाल करके आप समस्या के दौरान राहत ले सकते है |

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