जब महिलाएं गर्भवती होती है तो उन्हें सबसे ज्यादा चिंता अपने होने
वाले बच्चे की होती है लेकिन उसके जन्म के बाद क्या उसे माँ के पास सुलाना सही
रहता है या उसे कुछ नुकसान हो सकता है | हालाँकि माँ के पास सोने से उसे कोई
परेशानी नहीं होती है लेकिन नींद में उसका हाथ पैर दबने के कारण किसी गंभीर समस्या
की संभावना बन सकती है |
हालाँकि नवजात शिशु को माँ के अलावा और कहीं भी सुरक्षित नहीं रखा जा
सकता है और माँ के पास सोने से उसे पूरी तरह से स्वस्थ और सुरक्षित रखा जा सकता है
| छोटा बच्चा अकसर सोते समय या रात के समय हाथ पैर चलाता रहता है जिसके कारण कभी
कभी पेरेंट्स को भी उसकी ये हरकत सहनी पड़ती है | हालाँकि सभी मामलों में नवजात
शिशु को माँ के पास सुलाना फायदेमंद नहीं रहता है क्योंकि कुछ मामलों में शिशु को
कोई परेशानी भी हो सकती है |
आज हम आपको इस लेख के माध्यम से बच्चे को माँ के पास सुलाने के फायदों
और नुकसान के बारे में बताने जा रहे है | इनसे आप भी नई जानकारी प्राप्त करने में
सफल हो सकते है और अपने शिशु के बारे में बेहतर उपाय कर सकते है | आइये जानते है
इस विषय से सम्बंधित कुछ खास जानकारी जो आपके सामने इस प्रकार से है :
बच्चे को माँ के साथ सुलाने के नुकसान :
कई बार बच्चे को माँ के साथ सोने से कुछ नुकसान भी हो सकते है जिनमे
से कुछ इस प्रकार है :
चोट लगने की संभावना :
छोटे बच्चे को माँ के पास सुलाने से उसे चोट लगने की संभावना बढ़ने
लगती है | अगर रात को माँ कम्बल या चादर ओढ़ती है तो बच्चा उसमे उलझ कर गिर सकता है
या फिर बच्चे के दब जाने से उसका दम घुटने लगता है | अगर आपके पास दो बच्चे सो रहे
होते है तो बड़े वाला बच्चा छोटे बच्चे को नुकसान पहुंचा सकता है | इसलिए माँ के
पास सोने से बच्चे को इस तरह का नुकसान होने की संभावना रहती है |
माँ की नींद में खलल पड़ना :
छोटे बच्चे को माँ के पास सुलाने से नींद ना आने की समस्या हो सकती है
क्योंकि बच्चे की छोटी मोटी हरकत से आपकी आँखें खुल जाती है | साथ ही बच्चा रात के
समय रोता भी है और आवाजें भी निकालता रहता है जिसके कारण आपको बार बार नींद से
जागना पड़ सकता है |
बच्चे को सोने में समस्या होना :
अगर पति पत्नी एक बेड पर सोते है तो आपकी बातचीत या किसी अन्य हरकत की
वजह से बच्चे की नींद खुल सकती है | इसके अलावा आप इधर उधर सरकते है तो भी बच्चा
जग सकता है | इस तरह से रात को बच्चे का बार बार जागना सही नहीं होता है |
से-क्स लाइफ पर प्रभाव :
जब बच्चा आपके साथ सोने लगता है तो आप शारीरिक सम्बन्ध बनाने के लिए
नार्मल स्थिति में नहीं हो सकते हो क्योंकि इससे बच्चे को परेशानी हो सकती है |
अगर आप उसे अकेला छोड़कर किसी अन्य कमरे में जाते हो तो अकेला होने से वो डर सकता
है या नींद से जागकर रोने लगता है |
बच्चे को साथ सुलाने के फायदे :
हालाँकि ऊपर दिए गए नुकसान भी पूरी तरह नुकसान नहीं कहे जा सकते है
क्योंकि ऐसी समस्याएँ सभी के साथ होती है और ये सभी सामान्य होता है | इसके अलावा
बच्चे को माँ के साथ सोने से बहुत फायदे होते है | इनमे से कुछ इस तरह से है :
ब्रेस्टफीडिंग में आसानी :
रात के समय छोटे बच्चों को ज्यादा भूख लगती है और कई बार रोने या
आवाजें निकालने के बाद उनकी भूख और भी बढ़ने लगती है जिसके कारण उन्हें रात को कई
बार दूध पिलाना पड़ता है | हर बार जब माँ बच्चे को दूध पिलाती है तो उसमे 15 से 20
मिनट का समय लग जाता है और इस तरह से तीन या चार बार दूध पिलाने से कम से कम डेढ़
घंटा या इससे ज्यादा समय भी लग सकता है | ऐसे में अगर शिशु को दूर सुलाया जाए तो
बार बार उसके पास जाने में ही पूरी रात कट जायेगी | इसलिए बच्चे को अपने पास
सुलाने से उसे जब जरूरत पड़ती है दूध पिलाकर सुलाने में आसानी रहती है |
बच्चे की अच्छी नींद के लिए फायदेमंद :
जब बच्चा माँ के पास सोता है तो उससे भरपूर नींद आती है जिसके कारण वो
रात को रोता भी कम है और उसे बार बार उठने से परेशानी भी नहीं होती है | बच्चे को
केवल माँ की थपकी से ही नींद आ जाती है | इसकी तुलना में माँ दूर सोने वाले बच्चे
रात में ठीक तरह से नहीं सो पाते है और रोते भी ज्यादा है |
SIDS का
कम ख़तरा :
हाल ही में हुए अध्ययन के अनुसार पिछले एक दशक
में सडन इंफेंट डेथ सिंड्रोम (Sudden Infant Death Syndrome-SIDS) की घटनाये ज्यादा बढ़ने लगी है जिसके सही
कारणों के बारे में कुछ कहा नहीं जा सका है | लेकिन अध्ययन के अनुसार माँ के पास
सोने वाले बच्चों में इस तरह की समस्या की संभावना बहुत कम होती है |
बच्चे ज्यादा समय तक सोते है :
जब बच्चा माँ के पास सोता है तो वो बहुत देर तक
सो सकता है लेकिन जो बच्चे माँ से दूर सोते है वे ना तो सही तरह से सो पाते है और
ना ही उन्हें ज्यादा समय तक नींद आती है | कई बार माँ बच्चे को अपने पास से उठाकर
दूसरे कमरे में ले जाती है ताकि उसके सोने के स्थान के कपड़े बदलें जा सकें लेकिन
ऐसा करने से बच्चा उसी समय या थोड़ी देर बाद उठ जाता है क्योंकि वो अपने आप को
अकेला होने पर असुरक्षित समझने लगता है | इसके अलावा माँ के पास सोने से उसे गर्म
और सुरक्षित महसूस होने लगता है |
माँ के पास सोने से मिलती है सुरक्षा :
माँ के साथ सोने से बच्चे को किसी तरह की तकलीफ
होने पर तुरंत ही उसे दूर कर दिया जाता है क्योंकि नवजात शिशु होने पर माँ बार बार
उसे उठकर देखती रहती है कि कहीं उसको साँस लेने में कोई समस्या तो नहीं है या फिर
उसका हाथ पैर कहीं दबा हुआ या कम्बल से बाहर तो नहीं है | माँ के पास सोने से
बच्चे को होने वाली इस तरह की समस्याएँ दूर हो जाती है और बच्चे को आवश्यक सुरक्षा
प्रदान की जा सकती है |
बच्चे को सुलाने का सही माहौल :
कुछ मामलों में महिलाओं को अपने बच्चे पास में
सुलाने पर असामान्य महसूस होने लगता है | इस समस्या को दूर करने के लिए आप बच्चे
के नीचे कोई नर्म कपड़ा लगाकर उसे थोड़ा ऊँचा कर सकती है | आज कल बच्चों के लिए
बाजार में इस तरह के स्लीपिंग मैट्स उपलब्ध होते है जिनका प्रयोग करके आप
इच्छानुसार लाभ ले सकती है |
इसके साथ साथ बच्चे के लिए पालना खरीद कर उस पर
भी बिस्तर लगाकर फायदा लिया जा सकता है | इस उपाय के द्वारा आप अपने बच्चे को अपने
पास रखते हुए अलग बिस्तर पर सुला सकती है |
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