आँखों की सुरक्षा के लिए विश्राम या आराम (To protect the eyes with relax or rest)
हम अपनी आँखों का उपयोग इनको बिना आराम दिए करते रहते है । आराम के बिना हमारी आँखों की कोशिकाएं थक कर दर्द महूसस करने लगती है । आँखों की सुरक्षा के लिए विश्राम बहुत ही जरुरी है ।
आँखों को विश्राम
देने के लिए अपने काम को थोड़ी देर के लिए रोक कर, दोनों आँखों
को बंद कर ले , दोनो हाथों से धीरे से आँखों को ढक ले , ताकि इनमे प्रकाश न जा सके । अपने मन को शांत कर ऐसा महसूस करे की आप घने
अंधेरे कमरे में बैठे है । इस प्रयोग
से आप अपनी आँखों को बिलकुल ताज़गी भरी महूसस करेंगे ।
आँखों को हमेशा गतिमान रखो (Always keep your eyes in motion)
गति ही जीवन है या कह सकते है चलती का नाम गाड़ी । अर्थात हमे
किसी भी सजीव या निर्जीव चीज़ को बिलकुल सही और क्रियाशील रखना है तो उसका गतिमान
होना जरुरी है ।
उदाहरण के लिए यदि आप किसी मोटर कार को काफी दिन बाद स्टार्ट करते है तो वो एक दम स्टार्ट नहीं होती यदि आप हर रोज उसका उपयोग करते है तो वो तुरंत स्टार्ट हो जाती है । इसी तरह हर रोज चलती हुई मशीन में कभी जंग नहीं लगता और काफी दिन रुकी हुई मशीन जंग पकड़ लेती है । पलकों का झपकाना आँखों की प्राकृतिक गति है । इस क्रिया से अपने आप आँखों की प्राकृतिक रूप से सफाई हो जाती है | पलकों को न झपकाने से आँखों में भारीपन व थकान आती है । चश्मे जैसे साथी से बचने के लिए पलकों को बार बार और जल्दी जल्दी झपकाना
चाहिए |
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